Sadhguru Mahashivratri 2025 Event: महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण और बड़े त्योहारों में एक है, जिसे हिंदू धर्म को मानने वाले लोग मनाते हैं. महाशिवरात्रि ऐसा पर्व है जिसे भक्तगण भक्ति और उत्साह के साथ मनाते हैं. इस साल यह महाशिवरात्रि की विशेष रात्रि 26 फरवरी 2025 को है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ईशा फाउंडेशन, कोयंबटूर में अपने योग केंद्र में इस उत्सव को मनाएगा. 112-फीट आदियोगी प्रतिमा की रोशनी में कोयंबटूर में मनाए जाने वाले महाशिवरात्रि को भव्य आध्यात्मिक उत्सवों में एक माना जाता है.
महाशिवरात्रि पर संध्याकाल से सुबह तक ईशा केंद्र में महाशिवरात्रि का उत्सव चलता है. दरअसल महाशिवरात्रि को सबसे अंधेरी रात कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस रात्रि में शिव,आदिगुरु और योग विज्ञान की उत्पत्ति करने वाले प्रथम गुरु की उत्पत्ति हुई. सद्गुरु के मार्गदर्शन में महाशिवरात्रि पर रातभर कार्यक्रम चलता है, जिसमें प्रख्यात कलाकारों द्वारा संगीत प्रदर्शन, योग की उत्पत्ति को दर्शाने वाले शो और ईशा संस्कृति के छात्रों द्वारा पारंपरिक और आर्ट मार्शल प्रदर्शन दिखाए जाते हैं. इन सभी प्रस्तुतियों का आनंद महाशिवरात्रि के अवसर पर ईशा योग केंद्र में लिया जा सकता है.
वर्चुअल रूप से भी ले सकते हैं कार्यक्रम का आनंद
ईशा योग केंद्र में महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को शाम 6 बजे से पंच भूत क्रिया के साथ क्रार्यक्रम की शुरुआत होगी. यह मानव प्रणाली के भीतर पंचतत्वों की शुद्धि के लिए एक विशेष प्रकिया है. इसके बाद लिंग भैरवी जुलूस, रातभर पारंपरिक और समकालीग संगीत के साथ ही नृत्य प्रदर्शन भी होगा. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आपको पंजीकरण कराना होगा. इसके अलावा आप ऑनलाइन या यूट्यूब के माध्यम से यानी वर्चुअल रूप से भी रातभर चलने वाले इस उत्सव का हिस्सा बन सकता है. इसके लिए आप https://isha.sadhguru.org/mahashivratri/live-webstream/. इस लिंक को सेव करके रख लें. इसके अलावा 100 से अधिक टीवी चैनलों पर भी कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं.
लाइव कार्यक्रम का विवरण (Sadhguru Mahashivratri 2025 Live event details) |
शाम 06:00 | पंचभूत क्रिया |
शाम 06:15 | भैरवी महायात्रा |
शाम 07:00 | आदियोगी दिव्य दर्शन |
शाम 07:15 | संगीत, नृत्य और सांस्कृति प्रदर्शन |
रात 10:50 | सद्गुरु प्रवचन एवं मध्य रात्रि ध्यान |
मध्यरात्रि 01:25 | संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रदर्शन |
तड़के 03:40 | सद्गुरु- ब्रह्म मुहूर्त प्रवचन और शम्भो ध्यान |
सुबह 04:20 | संगीत, नृत्य और सांस्कृति प्रदर्शन |
सुबह 05:45 | कार्यक्रम समाप्त |
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