Tesla CEO Elon Musk China Visit For Electric Vehicle Market Entry After Postponing India Tour PM Narendra Modi Meeting

Elon Musk in China: टेस्ला सीईओ और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क रविवार (28 अप्रैल) को चीन के दौरे पर रवाना हुए हैं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों के हवाले से इसकी खबर दी है. यहां हैरानी वाली बात ये है कि एलन मस्क का चीन दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपने भारत दौरे को टाल दिया था. उन्होंने कहा था कि टेस्ला के काम की वजह से वह भारत नहीं आ पाएंगे. 

एलन मस्क के दौरे के पोस्टपोन होने की जानकारी 20 अप्रैल को सामने आई थी. भारत दौरे पर मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने वाले थे. इस मुलाकात में भारतीय बाजार में टेस्ला की एंट्री पर चर्चा भी होनी थी. भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का मार्केट भी तेजी से बढ़ रहा है. भारत दौरा टलने पर एलन मस्क ने कहा था, “दुर्भाग्य से बहुत बड़े टेस्ला दायित्वों की वजह से भारत यात्रा को टालना पड़ रहा है, लेकिन मैं इस साल के आखिर में वहां आने के लिए उत्साहित हूं.”

क्या है चीन दौरे का मकसद?

एलन मस्क के अचानक हो रहे चीन दौरे की वजह से कई तरह के सवाल उठ खड़े हो रहे हैं. हालांकि, ज्यादातर लोगों का कहना है कि मस्क चीन इसलिए पहुंचे हैं, ताकि चीनी इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में टेस्ला की एंट्री करा सकें. चीन इलेक्ट्रिक वाहनों का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है. चीन में इस वक्त BYD, Li Auto और Xpeng नाम की कार कंपनियां हैं, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में गाड़ियां बना रही हैं. BYD की इलेक्ट्रिक कारें चीन में सबसे ज्यादा बिकती हैं. 

रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया कि एलन मस्क चीन की राजधानी बीजिंग में सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात करने वाले हैं. इस बैठक में टेस्ला सीईओ चीन में फुल-सेल्फ ड्राइविंग (एफएसडी) सॉफ्टवेयर को लागू करने के लिए बात करेंगे. वह टेस्ला कारों में दी जाने वाली ऑटोनोमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी के लिए एल्गोरिदम को ट्रेनिंग देने के इरादे से चीन में इकट्ठा किए गए डेटा को विदेश यानी अमेरिका में ट्रांसफर करने की मंजूरी भी मांगने वाले हैं. 

चीन में मिलेगी फुल-सेल्फ ड्राइविंग वाली टेस्ला

सोशल मीडिया पर एक सवाल के जवाब में हाल ही में एलन मस्क ने कहा था कि वह जल्द ही चीन के ग्राहकों के लिए एफएसडी उपलब्ध कराएंगे. एफएसडी सॉफ्टवेयर वाली टेस्ला में ड्राइवर को कार चलाने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि वह ऑटोपायलट मोड में खुद ही चल रही होती है. ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर को चार साल पहले ही लॉन्च कर दिया था, लेकिन अभी तक चीन के ग्राहकों के लिए इस सर्विस की शुरुआत नहीं की गई है. 

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