Market outlook : इजराइल-ईरान तनाव से निवेशकों में भय, जानिए 16 अप्रैल को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Stock market : 15 अप्रैल को भारी बिकवाली के कारण भारतीय इक्विटी इंडेक्सों में लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट देखने को मिली। इज़राइल और ईरान के तनाव ने निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता पर निगेटिव असर डाला है। अब घरेलू स्तर पर निवेशकों की नजर मार्च तिमाही के नतीजों पर बारीकी लगी रहेगी। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 845.12 अंक या 1.14 फीसदी नीचे 73,399.78 पर और निफ्टी 246.90 अंक या 1.10 फीसदी गिरकर 22,272.50 के स्तर बंद हुआ है।

बाजार ने कारोबारी सत्र की शुरुआत गिरावट के साथ की और दिन बढ़ने के साथ गिरावट बढ़ती गई। तेल और गैस को छोड़कर सभी सेक्टरों में बिकवाली के बीच निफ्टी 22,250 के आसपास फिसल गया। श्रीराम फाइनेंस, विप्रो, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फिनसर्व आज निफ्टी के टॉप लूजर रहे। जबकि ओएनजीसी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, मारुति सुजुकी, नेस्ले इंडिया और भारती एयरटेल निफ्टी के टॉप गेनर रहे।

अलग-अलग सेक्टरों की बात करें तेल एवं गैस और मेटल को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं। जबकि बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंड्क्स में 1.5 फीसदी की गिरावट रही। अलग-अलग शेयरों में सेल, एक्साइड इंडस्ट्रीज और महानगर गैस में 300 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ देखने को मिली है। ओएनजीसी, इंडस टावर्स और गुजरात गैस में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला है जबकि कोफोर्ज, अतुल और बंधन बैंक में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला है।

16 अप्रैल को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि ग्लोबल झटकों ने दुनिया भर के बाजारों का सेंटीमेंट खराब कर दिया है। भारतीय बाजारों ने भी हफ्ते की शुरुआत गिरावट के साथ की है। आज दिन के दौरान रिकवरी की कोशिश हुई लेकिन मंदड़ियों ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली और इंडेक्स को नीचे खींच लिया। कारोबारी सत्र के अंत में निफ्टी 246.90 अंकों की गिरावट के साथ 22,272.50 पर बंद हुआ। दिन के अंत में सभी सेक्टर लाल निशान में बंद हुए। मीडिया और पीएसयू बैंकों का प्रदर्शन सबसे खराब रहा।

निफ्टी 50 की तुलना में मिड और स्मॉलकैप में ज्यादा करेक्शन हुआ। ये 1.57 फीसदी और 1.73 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए। एक बियरिश कैंडल बनाकर इन इंडेक्सों ने अपने पिछले सपोर्ट को तोड़ दिया और उसके नीचे बंद हुए।

आदित्य का मानना है कि अगर करेक्शन जारी रहता है, तो निफ्टी के 22,185 के अपने सपोर्ट से फिर से वापसी कर सकता है। जबकि ऊपर की तरफ इसके लिए 22,430 पर रजिस्टेंस दिख रहा है।

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मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि मध्य-पूर्व में बिगड़ते हालात और ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते संघर्ष ने दलाल स्ट्रीट को अपनी चपेट में ले लिया है। भारत सहित दुनिया भर में निवेशक सतर्क हो गए हैं और मुनाफावसूली करते दिख रहे हैं। अगर स्थिति खराब होती है तो हमें भारतीय बाजार में बड़े आधार पर बिकवाली देखने को मिल सकती है। भू-राजनीतिक तनाव और ब्याज दर में कटौती पर अनिश्चितता का बाजार पर असर पड़ सकता है।

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