Eid 2024 on april 11 how to prayer of eid ul fitr namaz

Eid 2024: बुधवार शाम भारत में ईद के चांद का दीदार हुआ और लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाई दी. वहीं आज देशभर में ईद का त्योहार मनाया जा रहा है. खुशियों का त्योहार ईद मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए खास महत्व रखता है.

ईद का त्योहार मनाने के कई नियम हैं. इस दिन लोग फितरा निकालते हैं, मीठी सेवईंया खाते हैं, एक दूसरे के घर पर आना-जाना होता है, बच्चे-बड़े सभी नए कपड़े पहनते हैं. लेकिन ईद के दिन जो चीज सबसे ज्यादा जरूरी है, वह है ईद की नमाज अदा करना. 

किसी भी नमाज की नियत दिल के इरादे से पूरी होती है. ठीक इसी तरह ईद की नमाज की नियत भी दिल के इरादे से पूरी हो जाती है. लेकिन जुबानी ईद की नमाज के लिए नियत ऐसे करें-

ईद की नमाज का तरीका (Eid ki Namaz ka Tarika)

सबसे पहले ईद उल फितर नमाज की नियत कर लें. नियत की मैंने दो रकअत नमाज़ वाजिब ईदुल फित्र की मय ज़ाइद 6 तकबीरों के, वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के, मुंह मेरा काबे शरीफ़ की तरफ – अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर कहते समय दोनों हाथ कान तक उठाकर ले जाएं और हाथ बांध लें. इसके बाद फिर ईद की नमाज में सबसे पहले सना पढ़े. “सुबहाना कल्ला हुम्मा व बिहम्दिका व तबारा कस्मुकाव त’आला जद्दुका वला इलाहा गैरुका”. इसके बाद दोबारा हाथ कान तक ले जाएं और अल्लाहु अकबर कहकर हाथ छोड़ दें.

अब दूसरी बार फिर से कान तक हाथ ले जाएं और अल्लाहु अकबर कहकर हाथ छोड़ दें. तीसरी बार भी ऐसा ही करें. लेकिन तीसरी बार में हाथ को छोड़ने के बजाय बांध लेना चाहिए. इस बीच इमाम जो भी पढ़े उसे ध्यान और खामोश रहकर सुनें. दूसरी रकात के लिए खड़े होने पर इमाम साहब बिस्मिल्लाह/सूरए फातिहा/अन्य कोई सूरत पढ़ें तो इसे ध्यान से सुनें. जब इमाम “अल्लाहु अकबर” कहे फिर कानों तक हाथ उठाए और हाथ छोड़ दें. दुबारा से अल्लाह हु अकबर कहें और दोबारा कान तक हाथ ले जाकर छोड़ दें.

आखिरी और चौथी बार इमाम “अल्लाहु अकबर” कहे तो हाथ बिना उठाए सीधे रुकू में जाएं और नियम के अनुसार ईद की नमाज पूरी करें. नमाज पूरी होने के बाद खुत्बा सुनना वाजिब होता है. इसे ध्यान से सुनें. इसके बाद सब लोग आपस में गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं.

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