पाकिस्तान में अफगान शरणार्थियों की हालत बेहद खस्ता हो गई है। पाकिस्तान में इस समय मौजूद करीब 17 लाख अफगान शरणार्थियों के साथ रोहिंग्या मुस्लिमों जैसा क्रूर व्यवहार किया जा रहा है। पाकिस्तानी तालिबान यानी टीटीपी के हमलों से बौखलाई पाकिस्तान सरकार ने तालिबानियों से बदला लेने के लिए इन शरणार्थियों को वापस अफगानिस्तान जाने के लिए एक तय मियाद रखी थी। इन शरणार्थियों के लिए देश छोड़कर जाने के लिए 1 नवंबर की समय सीमा तय की थी।
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