हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने बयान में कहा कि इंडिया और भारत कोई बहस का मुद्दा नहीं है…इंडिया और भारत एक दूसरे के पूरक हैं, यही सुप्रीम कोर्ट का 2016 का फैसला है। उन्होंने कहा कि चाहे मनमोहन सिंह हों या इंदिरा गांधी सभी ने ‘मैं भारत का प्रधानमंत्री’ के रूप में शपथ ली, इंडिया के प्रधानमंत्री’ के रूप में नहीं जबकि देवेगौड़ा ने इंडिया के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली… तो यह कोई बहस नहीं है।
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