एआई के कारण नौकरियों पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. कई एक्सपर्ट्स इस बात की चेतावनी दे चुके हैं कि अगले कुछ सालों में एआई अधिकतर कामों में इंसानों की जगह ले लेगी. अब युवा लोगों में भी यह डर बैठ रहा है. हाल ही में हार्वर्ड यूथ पोल में सामने आया है कि युवा लोगों को यह चिंता सता रही है कि एआई उनकी नौकरी छीन लेगी. हालांकि, इन चिंताओं के बावजूद वो एआई के यूज को बंद नहीं कर पा रहे हैं.
सर्वे में हुआ यह खुलासा
अमेरिका में 18 से 29 साल की उम्र के 2,000 से अधिक लोगों पर किए गए सर्वे में 59 प्रतिशत ने कहा कि एआई के कारण उनकी नौकरी पर खतरा है, वहीं 48 प्रतिशत ने कहा कि आउटसोर्सिंग के कारण उनके रोजगार के मौके छीन सकते हैं तो 31 प्रतिशत ने कहा कि इमिग्रेशन के कारण उनकी नौकरी को खतरा है. केवल 23 प्रतिशत लोग ऐसे थे, जिनका मानना है कि एआई से उनके रोजगार के मौके पर किसी प्रकार का खतरा नहीं होगा. यह सर्वे ऐसे समय सामने आया है, जब दुनियाभर में बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाकर अपने वर्कफ्लो में एआई को इंटीग्रेट कर रही हैं.
एआई के कारण जा सकती हैं 80 प्रतिशत नौकरियां- एआई एक्सपर्ट
कंप्यूटर साइंटिस्ट और एआई एक्सपर्ट स्टुअर्ट रसेल ने हाल ही में चेतावनी दी है कि एआई के कारण जल्द ही 80 प्रतिशत नौकरियां खत्म हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि एआई सिस्टम अधिकतर वो चीजें कर रहा है, जिसे हम काम कहते हैं. इससे कोई भी सुरक्षित नहीं है और एआई सीईओ की भी जगह ले सकती है. रसेल के मुताबिक, सर्जन जैसी स्पेशलाइज्ड और सिक्योर नौकरी की जगह भी एआई ले सकती है. एक रोबोट को कुछ ही मिनटों में सिखाया जा सकता है कि सर्जरी कैसी करनी है और यह इंसानों से बेहतर सर्जरी कर देगा.
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