Ola Electric के शेयर ने हिट किया ऑल टाइम लो, IPO प्राइस से 53% नीचे; रिकॉर्ड हाई से 65% गिरा – ola electric share hits all time low on friday 53 percent down from ipo price 65 percent falls from record high check rating and target

ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में ​बिकवाली का दबाव जारी है। 5 दिसंबर को BSE पर शेयर में 1.72 प्रतिशत की गिरावट आई। कीमत 35.50 रुपये पर बंद हुई। दिन में शेयर ने पिछले बंद भाव से करीब 4 प्रतिशत तक की गिरावट देखी और कीमत ने 52 वीक का नया लो 34.73 रुपये क्रिएट किया। यह शेयर लगातार 6 दिनों से गिरावट झेल रहा है। कंपनी का मार्केट कैप 15600 करोड़ रुपये पर आ गया है।

ओला इलेक्ट्रिक अगस्त 2024 में शेयर बाजारों में लिस्ट हुई थी। इसका IPO प्राइस 76 रुपये था। शेयर इस प्राइस से 53 प्रतिशत नीचे आ चुका है। वहीं बीएसई पर रिकॉर्ड हाई 100.40 रुपये से लगभग 65 प्रतिशत नीचे है। यह गिरावट तब है, जब पूरे साल Nifty Auto इंडेक्स ने शानदार रैली दिखाई है। जहां बाकी ऑटो कंपनियों के शेयर उछाल पर हैं, वहीं Ola Electric भारी दबाव में फंसी हुई है।

Ola Electric का शेयर 1 महीने में 29 प्रतिशत लुढ़का

Ola Electric Mobility का ₹6,145.56 करोड़ का IPO 4.45 गुना भरा था। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 3 महीनों में 40 प्रतिशत, 1 महीने में 29 प्रतिशत और एक सप्ताह में 14 प्रतिशत टूटा है। एक दिन पहले गुरुवार को इसमें 5 प्रतिशत की गिरावट आई थी। शेयर को कवर करने वाले 8 एनालिस्ट्स में से 3 ने ‘बाय’ रेटिंग बरकरार रखी है। एक ने ‘होल्ड’ और 4 ने ‘सेल’ रेटिंग दी है। सितंबर 2025 के आखिर तक कंपनी में प्रमोटर्स के पास 36.78 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।

शेयर में गिरावट की बड़ी वजहों में से एक रिटेल सेल्स कम होना है। इसके चलते कंपनी की बाजार हिस्सेदारी को झटका लगा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर महीने में ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री लगभग 50 प्रतिशत गिरी। इसने 7567 यूनिट्स की बिक्री की। अब इसका मार्केट शेयर 7.2 प्रतिशत है। Ola पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर मार्केट में नंबर वन पोजिशन पर थी। लेकिन अब TVS, Bajaj, Ather मार्केट शेयर को खा रहे हैं। इसके अलावा कंपनी की सर्विस को लेकर भी शिकायतें बढ़ रही हैं। यह ब्रांड इमेज और भविष्य की बिक्री दोनों को प्रभावित कर रहा है। साथ ही निवेशकों का भरोसा घट रहा है।

सितंबर तिमाही में वित्तीय सेहत

ओला इलेक्ट्रिक का जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही में शुद्ध घाटा सालाना आधार पर घटकर ₹418 करोड़ पर आ गया। एक साल पहले यह ₹495 करोड़ था। इस दौरान रेवेन्यू भी 43.2% घटकर ₹690 करोड़ पर आ गया। सितंबर 2025 तिमाही में कंपनी ने 52,666 व्हीकल्स की सप्लाई की। इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट ₹203 करोड़ रह गया।

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