
Pine Labs Share Price: दिग्गज भारतीय मर्चेंट कॉमर्स प्लेटफॉर्म पाइन लैब्स के शेयरों में मुनाफावसूली के पहले आज जोरदार तेजी आई थी। इसके शेयरों में आज उठा-पटक का यह रुझान सितंबर तिमाही के कारोबारी नतीजे के कारोबारी नतीजे के बाद दिखा। सितंबर तिमाही में पाइन लैब्स का ऑपरेटिंग मोमेंटम काफी मजबूत दिखा लेकिन प्रॉफिटेबिलिटी में मामूली सुधार रहा। ऑपरेटिंग मोमेंटम पर आज शुरुआती कारोबार में पाइन लैब्स के शेयर 2.54% उछलकर ₹253.90 पर पहुंच गए। हालांकि प्रॉफिटेबिलिटी में मामूली सुधार के चलते इस मुनाफावसूली भी धड़ाधड़ होने लगी और शेयर धड़ाम से गिर गए। इंट्रा-डे में यह 2.02% की गिरावट के साथ ₹242.60 तक आ गया था। निचले स्तर पर खरीदारी से भाव थोड़े रिकवर हुए और आज बीएसई पर यह 2.28% की गिरावट के साथ ₹241.95 पर बंद हुआ है।
Pine Labs के लिए कैसी रही सितंबर तिमाही?
पेमेंट्स सॉल्यूशंस कंपनी पाइन लैब्स के लिए सितंबर तिमाही कई मोर्चों पर धमाकेदार रही। सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर प्लेटफॉर्म जीटीवी (ग्रॉस ट्रांजैक्शन वैल्यू) 92% बढ़कर $4820 करोड़ पर पहुंच गया तो ट्रांजैक्शंस की संख्या बी 44% उछलकर करीब 190 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि प्रॉफिटेबेलिटी के मामले में सुस्ती दिखी। सितंबर तिमाही में एडजस्टेड ईबीआईटीडीए यानी ऑपरेटिंग प्रॉफिट तिमाही आधार पर ₹121 करोड़ की तुलना में ₹122 करोड़ रहा। तिमाही आधार पर नेट प्रॉफिट भी ₹5 करोड़ से हल्का-सा बढ़कर ₹6 करोड़ पर पहुंच गया।
कंपनी को सितंबर तिमाही में ESOP खर्चों में तेज कटौती से कुछ राहत मिली। तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर 2025 में कंपनी की ESOP कॉस्ट ₹66 करोड़ से गिरकर ₹29 करोड़ पर आ गई। सालाना आधार पर इसमें 28% की गिरावट आई। ESOP एक्पेंसेज की रेवेन्यू में हिस्सेदारी सालाना और तिमाही आधार पर 7% से घटकर 4% तक आ गई। ऑपरेशनल मोर्चे पर बात करें तो कंपनी का रेवेन्यू सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 18% और तिमाही आधार पर 5.5% बढ़ा तो कॉन्ट्रिब्यूशन मार्जिन भी सालाना आधार पर 21% और तिमाही आधार पर 3.7% बढ़ा। ESOP को मिलाकर कंपनी का एंप्लॉयीज पर कुल खर्च तिमाही आधार पर 8% पर आ गया।
अब तक कैसी रही शेयरों की चाल?
₹3,900 करोड़ के आईपीओ के तहत पाइन लैब्स के शेयरों की घरेलू स्टॉक मार्केट में 14 नवंबर 2025 को एंट्री हुई थी। इसके आईपीओ के तहत निवेशकों को ₹221 के भाव पर शेयर जारी हुए थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 9% प्रीमियम पर एंट्री हुई थी। इसके आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 2.48 गुना सब्सक्राइब हुआ था। लिस्टिंग के दिन यह ₹283.70 के रिकॉर्ड हाई तक पहुंचा था जिससे 10 ही दिनों में यह 18.58% टूटकर 24 नवंबर 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹231.00 पर आ गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
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