TECH EXPLAINED: क्या होता है Dark Web? जानिए क्यों होता है ये खतरनाक और इसे चलाने पर कितने साल की जेल होगी

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Dark Web: इंटरनेट आपने कई बार इस्तेमाल किया होगा गूगल पर सर्च करना, सोशल मीडिया चलाना, यूट्यूब देखना या ऑनलाइन शॉपिंग करना. लेकिन यह सब इंटरनेट का वही हिस्सा है जिसे Surface Web कहा जाता है. इसके नीचे एक ऐसी दुनिया मौजूद है जहां आम यूजर्स की पहुंच नहीं होती. यह दुनिया है Dark Web एक ऐसा इंटरनेट जो रहस्यों, अपराधों और खतरों से भरा होता है. कई लोग गलतफहमी में यह सोच लेते हैं कि Dark Web सिर्फ एक निजी इंटरनेट है जबकि सच इससे कहीं ज्यादा गंभीर है. आइए इस बड़ी और बेहद खतरनाक डिजिटल दुनिया को विस्तार से समझें.

Dark Web क्या होता है?

Dark Web इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे आम ब्राउज़र जैसे Chrome, Firefox या Safari से खोला नहीं जा सकता. इसे एक्सेस करने के लिए खास तरह के ब्राउजर जैसे Tor Browser, I2P या Freenet का इस्तेमाल होता है. इस हिस्से पर मौजूद वेबसाइट्स “.onion” जैसे अनोखे डोमेन का इस्तेमाल करती हैं जो साधारण इंटरनेट से पूरी तरह अलग होता है.

Dark Web की सबसे बड़ी खासियत और खतरा यह है कि यहां पहचान (identity) छुपी रहती है. जो लोग Dark Web पर काम करते हैं चाहे अच्छे हों या बुरे, वे गुमनाम रह सकते हैं. इसी वजह से यहां अवैध गतिविधियों का जन्म हुआ.

Surface Web, Deep Web और Dark Web में क्या अंतर है?

इंटरनेट को आमतौर पर तीन हिस्सों में बांटा जाता है:

Surface Web

यह इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे हम रोज देखते और इस्तेमाल करते हैं. इसमें Google, YouTube, Facebook, Instagram, न्यूज वेबसाइट्स, ई-कॉमर्स साइट्स, ये सभी सर्च इंजनों पर दिखाई देते हैं.

Deep Web

यह इंटरनेट का वह भाग है जिसे सर्च इंजन नहीं दिखा सकते क्योंकि यह पासवर्ड या लॉगिन के पीछे छिपा होता है. जैसे बैंक अकाउंट, ईमेल, मेडिकल रिकॉर्ड, प्राइवेट डेटाबेस. Deep Web पूरी तरह सुरक्षित और कानूनी है.

Dark Web

यह Deep Web का एक छोटा हिस्सा है, लेकिन सबसे खतरनाक. यहां ऐसा कंटेंट और गतिविधियां होती हैं जिनकी कानूनी अनुमति नहीं है. यह Tor जैसे ब्राउज़र से ही खुलता है. इसका इस्तेमाल अपराधी गुमनाम रहने के लिए करते हैं.

Dark Web इतना खतरनाक क्यों होता है?

Dark Web को जोखिम भरा मानने के कई कारण हैं. यह वह जगह है जहां कानून के खिलाफ चलने वाली कई गतिविधियां होती हैं. इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

अवैध ड्रग्स और हथियारों की खरीद–फरोख्त

Dark Web पर कई “ब्लैक मार्केट” स्टोर मौजूद होते हैं, जहां ड्रग्स, हथियार, नकली करेंसी और खतरनाक केमिकल्स तक बेचे जाते हैं.

चोरी का डेटा बिकता है

यहां क्रेडिट कार्ड जानकारी, बैंक अकाउंट डिटेल्स, आधार–पैन जैसी पहचान, हैक किया हुआ डेटा और लॉगिन क्रेडेंशियल्स तक बेचे जाते हैं.

हैकर्स का अड्डा

Dark Web हायर करने वाले हैकर्स की जगह बन चुका है जहां वे वेबसाइट हैक करने, सर्वर क्रैश करने, डेटा चोरी करने, रैंसमवेयर फैलाने जैसे कामों के लिए ऑर्डर लेते हैं.

साइबर क्राइम नेटवर्क

Dark Web पर कई ऐसे ग्रुप होते हैं जहां साइबर अपराधी एक दूसरे से संपर्क बनाते हैं और योजनाएं बनाते हैं.

अवैध पोर्नोग्राफी और मानव तस्करी

यह Dark Web की सबसे खतरनाक और घिनौनी गतिविधियों में से एक है. यहाँ बच्चों से संबंधित अवैध सामग्री और मानव तस्करी से जुड़े रैकेट भी पाए जाते हैं.

हिटमैन सर्विसेज

कुछ साइट्स पर अपराधी पैसे लेकर किसी को नुकसान पहुंचाने या हत्या तक करने की पेशकश करते हैं. इन सभी कारणों की वजह से Dark Web को दुनिया का सबसे खतरनाक इंटरनेट ज़ोन माना जाता है.

Dark Web चलाना क्या गैरकानूनी है?

केवल Dark Web पर जाने भर से अपराध नहीं होता. कई देशों में इसे एक्सेस करना पूरी तरह अपराध नहीं माना जाता क्योंकि यह कुछ हद तक प्राइवेसी के लिए भी उपयोगी हो सकता है. लेकिन भारत में मामला अलग है. भारत में साइबर कानून बहुत स्पष्ट हैं यदि कोई व्यक्ति ऐसे कंटेंट को एक्सेस करता है जो अवैध है या किसी प्रतिबंधित वेबसाइट पर जाता है तो यह IT Act के तहत अपराध माना जाएगा. इसका मतलब है कि Dark Web पर जाना उतना समस्या नहीं है लेकिन वहां मौजूद अवैध वेबसाइट खोलना बड़ा अपराध है और वहां से कुछ खरीदना–बेचना सबसे बड़ा अपराध.

Dark Web इस्तेमाल करने पर कितनी सजा हो सकती है?

भारत की IT Act 2000 और कई IPC सेक्शनों के तहत Dark Web पर अवैध गतिविधि में शामिल पाए जाने पर बहुत कड़ी सजा हो सकती है.

अवैध कंटेंट देखने–डाउनलोड करने पर 3 साल तक की जेल और 5 लाख रुपये तक का जुर्माना.

चोरी का डेटा खरीदने–बेचने पर 7 साल तक की जेल और भारी जुर्माना.

साइबर क्राइम में शामिल होने पर अपराध के प्रकार के अनुसार 10 साल या उससे ज्यादा जेल हो सकती है.

मादक पदार्थ या हथियार खरीदने पर Narcotics Act और Arms Act के तहत आजीवन कारावास तक की सजा संभव है.

बाल पोर्नोग्राफी से जुड़े अपराधों पर POCSO एक्ट के तहत 5–20 साल तक की जेल. Dark Web पर सिर्फ गलत लिंक खोलने पर भी कार्रवाई हो सकती है अगर वह लिंक अवैध सामग्री से जुड़ा हो.

Dark Web कैसे फँसा सकता है आपको?

बहुत से लोग जिज्ञासा में Dark Web पर जाते हैं लेकिन यह छोटी सी गलती बड़ा खतरा बन सकती है. ब्राउज़र में गलती से गलत साइट खुल सकती है. आपके सिस्टम में मालवेयर घुस सकता है. हैकर्स आपके फोन/लैपटॉप का कंट्रोल ले सकते हैं. आपका IP ट्रैक कर कानून आपके दरवाजे तक पहुंच सकता है. Dark Web पर आपको लगता है आप गुमनाम हैं लेकिन जैसे ही आप अवैध साइट खोलते हैं, लॉग्स और ब्राउज़िंग ट्रैक होने लगती है.

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