ममदानी से अमेरिकी राष्ट्रपति को लेकर पूछा गया सवाल, ट्रंप ने जानें क्यों जवाब देने से रोका


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क सिटी के मेयर-इलेक्ट जोहरान ममदानी ने शुक्रवार (21 नवंबर) को व्हाइट हाउस में पहली औपचारिक बैठक की, जहां दोनों नेताओं ने क्राइम, माइग्रेशन, सिक्योरिटी और हाउसिंग जैसे अहम मुद्दों पर सहयोग का वादा किया. राजनीतिक रूप से धुर विरोधी माने जाने वाले ट्रंप और ममदानी की यह मुलाकात चुनावी बयानबाजी से बिल्कुल अलग दिखी. बैठक के दौरान ट्रंप ने कई बार ममदानी की तारीफ की, जबकि ममदानी ने कानून व्यवस्था, मानवाधिकार और विदेश नीति पर अपनी स्पष्ट स्थिति दोहराई.

यह वही जोड़ी है जिसने पिछले महीनों में एक-दूसरे पर तीखे राजनीतिक हमले किए थे. ट्रंप ने ममदानी को ‘कम्युनिस्ट’ कहा था, जबकि ममदानी ने राष्ट्रपति की नीतियों की खुलकर आलोचना की थी, लेकिन व्हाइट हाउस की बैठक ने इन तनावों को पीछे छोड़ते हुए नए समीकरण का संकेत दिया.

ट्रंप ने ममदानी से कही ये बड़ी बात

एक सवाल के दौरान जब ममदानी अपने शब्दों पर सावधानी बरत रहे थे तो ट्रंप ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए कहा, “कोई बात नहीं, आप बस हां कह दीजिए. समझाने से आसान है. मुझे फर्क नहीं पड़ता.” यह कमेंट तब आया जब ममदानी से पूछा गया कि क्या वे ट्रंप को ‘फासिस्ट’ मानते हैं. ट्रंप ने बाद में सोशल मीडिया पर लिखा कि ममदानी से मिलना सम्मान की बात है.

ट्रंप बोले- सुरक्षित सड़कों के बिना सफलता संभव नहीं

बैठक के बाद ट्रंप ने बताया कि बातचीत का बड़ा हिस्सा अपराध नियंत्रण और पब्लिक सेफ्टी पर केंद्रित रहा. उन्होंने कहा, “अगर आपकी सड़कें सुरक्षित नहीं हैं, तो सफलता की कोई संभावना नहीं.” ट्रंप ने यहां तक कहा कि ममदानी सुरक्षा को लेकर उनसे भी ज़्यादा गंभीर हो सकते हैं. इसके जवाब में ममदानी ने कहा कि न्यूयॉर्क की नीतियां स्थानीय कानूनों और लोगों की सुरक्षा पर आधारित रहेंगी. उन्होंने कहा, “हम अपने शहर के कानूनों का पालन करेंगे. ऐसे कानून जो न्यूयॉर्कर्स की रक्षा करते हैं.”

ICE पर चर्चा लेकिन सीमित सहयोग

ममदानी ने बताया कि ICE (Immigration and Customs Enforcement) पर भी चर्चा हुई, लेकिन शहर का कानून केवल 170 गंभीर अपराधों में ही फेडरल एजेंसियों से समन्वय की अनुमति देता है. उन्होंने यह भी कहा कि न्यूयॉर्क के कई निवासियों को व्यापक इमिग्रेशन कार्रवाई के प्रभाव को लेकर चिंता है. ट्रंप ने कहा कि बातचीत का फोकस ICE से ज्यादा अपराध नियंत्रण पर रहा.

हाउसिंग पर सहमति

दोनों नेता हाउसिंग संकट को लेकर भी एकमत दिखाई दिए. ट्रंप ने कहा, “ममदानी चाहते हैं कि शहर में और घर बनें… और मैं भी यही चाहता हूं.” उन्होंने संकेत दिया कि दोनों मिलकर किफायती आवास को बढ़ावा देने के लिए काम कर सकते हैं.

इजरायल पर ममदानी ने दोहराया अपना रुख

पत्रकारों ने जब ममदानी के पहले दिए गए ‘नरसंहार’ वाले बयान पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, “मैंने इजरायली सरकार द्वारा किए जा रहे नरसंहार और अमेरिका की ओर से मिले फंड पर अपनी बात रखी है.” उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क के हजारों लोग मांग कर रहे हैं कि उनके टैक्स का पैसा विदेशी संघर्षों के बजाय घरेलू जरूरतों पर खर्च हो, विशेषकर तब जब लगातार नौ साल से शहर में एक लाख से अधिक बच्चे बेघर हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि वे मध्य-पूर्व में ट्रंप के शांति प्रयासों की सराहना करते हैं, लेकिन किसी भी कोशिश को मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए. ट्रंप ने इस बयान पर सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

तल्खियों के बाद सहयोग का संदेश

कई महीनों की कड़ी बयानबाजी के बाद हुई यह मुलाकात कई मायनों में अप्रत्याशित रही. दोनों नेताओं ने अपराध, सुरक्षा और आवास संकट पर साथ काम करने का संकेत दिया, हालांकि इमिग्रेशन और विदेश नीति पर मतभेद साफ बने रहे.

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