
बाबा नीम करोली का सबसे प्रसिद्ध आश्रम कैंची धाम है, जो उत्तराखंड के नैनीताल के पास स्थित है. यह स्थान आज एक बड़ा आध्यात्मिक केंद्र बन चुका है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु मन की शांति और आत्मिक संतुलन पाने आते हैं.

बाबा कहा करते थे कि ईश्वर अपने भक्त के जीवन में बदलाव के संकेत पहले ही देना शुरू कर देता है. जब किसी व्यक्ति का बुरा समय समाप्त होने वाला होता है और उसका भाग्य खुलने वाला होता है, तब ब्रह्मांड उसे कुछ खास संकेत दिखाता है.

बाबा नीम करोली के अनुसार, जब बुरा समय खत्म होने वाला होता है, तो मन बिना कारण प्रसन्न रहने लगता है. नकारात्मक विचार धीरे-धीरे कम हो जाते हैं और व्यक्ति हर स्थिति में उम्मीद देखने लगता है. यह संकेत है कि आपके अच्छे दिन आने वाले हैं.

बाबा कहते थे कि अगर पूजा करते समय बिना कारण आंखों से आँसू आने लगें, तो यह बहुत शुभ संकेत होता है. इसका मतलब है कि ईश्वर की कृपा आप पर बरसने वाली है और आपकी मनोकामनाएं पूरी होने के मार्ग पर हैं.

अगर किसी व्यक्ति को बार-बार सपनों में पूर्वजों के दर्शन हों, तो यह भी शुभ संकेत माना जाता है. इसका अर्थ है कि आपका बुरा समय समाप्त होने वाला है और जीवन में नए अवसर आने वाले हैं. कई बार पुराने लोग या भूले-बिसरे रिश्ते अचानक जीवन में लौट आते हैं.

नीम करोली बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था. उनका जीवन बेहद साधारण और सादगी भरा था. वे हमेशा प्रेम, भक्ति और सेवा को जीवन का सबसे बड़ा धर्म मानते थे. बाबा कहा करते थे कि दूसरों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है. जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हमारी आत्मा भी शुद्ध और शांत होती है.
Published at : 03 Nov 2025 04:35 PM (IST)
Read More at www.abplive.com