Nifty Outlook: 15 अक्टूबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से – nifty outlook 15 october key support resistance levels gainers losers market trends expert views

Nifty Outlook: वीकली एक्सपायरी के दिन Nifty 50 ने पॉजिटिव शुरुआत की। इसे वैश्विक संकेतों का साथ मिला, लेकिन जल्दी ही पिछले हफ्ते के हाई को पार न कर पाने के कारण मजबूती खो दी। शुरुआती समय में बिकवाली का दबाव दिखा और इंडेक्स पिछले दो सेशन के लो से नीचे चला गया। दोपहर के बाद इंडेक्स ने हल्की रिकवरी की कोशिश की, लेकिन ज्यादा जमीन नहीं हासिल कर पाया। आखिर में 0.32% की गिरावट के साथ 25,145 पर बंद हुआ।

दिन का ट्रेडिंग वॉलेटाइल रहा, क्योंकि इंडेक्स 25,300 के ऊपर और 25,100 के नीचे उतार-चढ़ाव करता रहा। Nifty को 25,300 के पास रेसिस्टेंस मिला। वहीं, 25,060 पर इसके 21-दिन के मूविंग एवरेज ने सपोर्ट दिया। अंत में यह 25,100 के ऊपर बंद हुआ।

अब बुधवार, 15 अक्टूबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि बुधवार के कारोबारी सत्र में मार्केट में क्या खास हुआ।

टॉप गेनर्स और लूजर्स

Nifty के सदस्यों में Max Healthcare, Tech Mahindra और Wipro ने मजबूती दिखाई और प्रमुख गेनर्स रहे। इसके उलट Dr. Reddy’s, Tata Steel और Bajaj Finance में बिकवाली तेज रही। ये सबसे ज्यादा नुकसान वाले शेयर रहे।

बिकवाली व्यापक रही, सभी सेक्टरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। सबसे अधिक गिरावट Nifty PSU Banks, Consumer Durables, Media और Metal इंडेक्स में देखने को मिली। Nifty Midcap 100 और Smallcap 100 इंडेक्स भी कमजोर बंद हुए।

किन फैक्टर पर रहा फोकस

डेटा सेंटर से जुड़े स्टॉक्स फोकस में रहे, क्योंकि Google ने आंध्र प्रदेश में AI डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए अगले पांच साल में 15 बिलियन डॉलर निवेश करने की घोषणा की। यह उसका भारत में यह अब तक का सबसे बड़ा कमिटमेंट है।

भारत की खुदरा मुद्रास्फीति (CPI) सितंबर में आठ साल के निचले स्तर 1.54% पर आ गई, जो अगस्त में 2.05% थी। इससे RBI द्वारा आगामी नीति समीक्षा में संभावित रेट कट की उम्मीदें बढ़ीं।

भारत-अमेरिका व्यापार चर्चा

भारत-अमेरिका व्यापार चर्चा को लेकर उम्मीदें वापस आ गई हैं। भारतीय प्रतिनिधि इस हफ्ते अमेरिका में बातचीत करने वाले हैं। कथित तौर पर रूस से तेल खरीद संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए अमेरिकी ऊर्जा और गैस के आयात बढ़ाने पर सहमति जताई है।

बुधवार को घोषित होने वाले प्रमुख नतीजों में Axis Bank, HDFC Life, HDFC AMC, L&T Finance, HDB Financial और Angel One शामिल हैं।

निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय

Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक, कुल मिलाकर बाजार रेंज-बाउंड रहने की संभावना है। वैश्विक रुझान, FII फ्लो और Q2FY26 के नतीजे निकट अवधि में दिशा तय करेंगे।

एनालिस्टों का मानना है कि Nifty की मुख्य बढ़त अभी भी बरकरार है, क्योंकि इंडेक्स अपने 20-दिन और 50-दिन के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) के ऊपर ट्रेड कर रहा है। HDFC Securities के नंदीश शाह के अनुसार, इंडेक्स को तुरंत 25,000-25,050 के जोन में सपोर्ट मिलेगा। वहीं, 25,310 और 25,400 शॉर्ट टर्म में महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस स्तर होंगे।

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Angel One के राजेश भोसले ने कहा कि अगर इंडेक्स 25,050-25,000 सपोर्ट बैंड के नीचे लगातार बंद होता है, तो और कमजोरी आ सकती है। वहीं, ऊपर की ओर 25,300-25,350 जोन मजबूत रुकावट देगा। इसके ऊपर ब्रेकआउट से बुलिश मोमेंटम फिर से शुरू हो सकता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि त्योहारों का मौसम नजदीक है, इसलिए बाजार छुट्टियों के मूड में रेंज-बाउंड रह सकता है।

रैली के लिए 25,300 अहम

Centrum Broking के निलेश जैन का मानना है कि Nifty 25,000 और 25,300 के बीच कंसोलिडेट कर रहा है। अगली रैली के लिए 25,300 के ऊपर निर्णायक बंद होना जरूरी होगा।

LKP Securities के रूपक डे ने बताया कि कॉल राइटर्स 25,300 स्ट्राइक पर एक्टिव थे। इससे इंडेक्स 25,100 के नीचे दबाव में रहा। डेली चार्ट में बियरिश एंगुल्फिंग पैटर्न और लोअर-टॉप फॉर्मेशन दिख रहा है। यह शॉर्ट टर्म कमजोरी का संकेत देता है। उनका अनुमान है कि तुरंत सपोर्ट 25,000 पर है, जबकि रेजिस्टेंस 25,200-25,300 के आसपास है।

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