आसिम मुनीर की एक और चाल, गाजा प्लान पर पलटने के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका को दिया बड़ा ऑफर; क्या मानेंगे ट्रंप?


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान की दुनिया के सभी बड़े देशों ने सराहना की है, यहां तक कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने भी पहले इस पर सहमति दे दी, लेकिन जब देश में इसका विरोध हुआ तो इस प्लान को डिप्टी पीएम इशाक डार ने इसे ट्रंप का प्लान करार दिया. इस बीच आसिम मुनीर ने एक और चाल चली है. पाक आर्मी चीफ के सलाहकारों ने अमेरिका जाकर अधिकारियों के सामने एक बड़ा ऑफर पेश किया है. 

आसिम मुनीर के सलाहकारों ने यूएस अधिकारियों के सामने अरब सागर में एक बंदरगाह बनाने और उसे संचालित करने का प्रस्ताव रखा है. फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना में अमेरिकी निवेशकों द्वारा पासनी शहर में महत्वपूर्ण खनिजों तक पहुंचने के लिए एक टर्मिनल बनाने और संचालन करना शामिल है. बता दें कि पासनी, बलूचिस्तान के ग्वादर जिले में एक बंदरगाह शहर है, जिसकी सीमा अफगानिस्तान और ईरान से लगती है. 

ट्रंप से मिले थे मुनीर-शहबाज

पाकिस्तान की ओर से यह कदम आसिम मुनीर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सितंबर में व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बैठक के बाद उठाया गया है. इस बैठक में शहबाज शरीफ ने कृषि, प्रौद्योगिकी, खनन और ऊर्जा क्षेत्रों में अमेरिकी कंपनियों से निवेश की अपील की थी.

अमेरिकी अधिकारियों के सामने रखा गया प्रस्ताव 

एफटी के अनुसार, यह प्रस्ताव कुछ अमेरिकी अधिकारियों के सामने रखा गया था और पिछले महीने के अंत में व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ बैठक से पहले मुनीर के साथ साझा किया गया था. इस ब्लूप्रिंट में बंदरगाह का इस्तेमाल अमेरिकी सैन्य ठिकानों के लिए नहीं बल्कि इसका बंदरगाह को खनिज-समृद्ध पश्चिमी प्रांतों से जोड़ने वाले रेल नेटवर्क के लिए विकास निधि आकर्षित करना है. अमेरिकी विदेश विभाग, व्हाइट हाउस और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है.

क्या था ट्रंप का गाजा प्लान?

प्रस्ताव के मुताबिक गाजा में सैन्य कार्रवाई तुरंत रोकनी होगी. ये भी कहा गया है कि जब तक जीवित और मृत बंधकों के शवों की वापसी की शर्तें पूरी नहीं हो जातीं मौजूदा स्थिति बहाल रहेगी. योजना के मुताबिक, हमास अपने हथियार त्याग देगा, इसके साथ ही उसकी सुरंगें और हथियार बनाने के ठिकाने नष्ट कर दिए जाएंगे. हर इजराइली बंधक के शव की रिहाई पर इजराइल 15 गाजावासियों के शव लौटाएगा. जैसे ही दोनों पक्ष पर सहमत होंगे, गाजा में तुरंत पूरी सहायता भेजी जाएगी. 

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