
करवा चौथ का त्योहार हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी को मनाया जाता है. इस दिन पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला उपवास रखती हैं. यह व्रत सुबह सूर्योदय से पहले कुछ खा-पीकर शुरू होता है और रात को चांद की पूजा करने के बाद ही तोड़ा जाता है. इस समय शरीर को ऊर्जा और जल की आवश्यकता होती है, इसलिए पारंपरिक खाद्य पदार्थ न सिर्फ स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि सेहत को भी सुरक्षा प्रदान करते हैं.

व्रत खोलने के बाद सबसे पहले खजूर खाएं. यह खाना बहुत ही लाभकारी होता है, क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर, फाइबर और मिनरल्स होते हैं. जिससे शरीर को तुरंत एनर्जी प्राप्त होती है. यह खाने से पेट भी हल्का रहता है और दिनभर की थकान भी दूर हो जाती है.

करवा चौथ पर मीठा बनाने की परंपरा भी है और इसे शुभ भी माना जाता है. घी, सूजी, मेवा और चीनी से बना यह हलवा व्रत के बाद शरीर को शुगर और फैट का संतुलित मिश्रण हैं, जिससे शरीर को ताकत का एहसास होता है.

व्रत तोड़ते वक्त भारी भोजन से बचते हुए, फलों का सेवन करना चाहिए. यह न सिर्फ हल्के होते हैं, बल्कि जल्दी पच भी जाते हैं. इनमें विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर में हो रहे कमी को पूरा करते हैं और तुरंत ऊर्जा भी देते हैं. खासकर केला, सेब या अनार जैसे फल तुरंत ताकत देते हैं.

व्रत के बाद घर का बना हुआ थोड़ा बहुत खाना भी खाया जा सकता है. जैसे दाल-चावल, खिचड़ी, रोटी और थोड़ा दही या छाछ. यह खाना आपके शरीर को धीरे-धीरे आवश्यक पोषण देगा. मगर व्रत के तुरंत बाद तला-भुना या मसालेदार खाना खाने से बचे.

लंबे उपवास के बाद शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। इसलिए नारियल पानी इसके लिए एक अच्छा विकल्प है. इसमें नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो डिहाइड्रेशन को दूर कर शरीर को तुरंत ताजगी देते हैं. इसे बाकी मीठे या भारी पेय पदार्थों से सबसे पहले पीना चाहिए.
Published at : 03 Oct 2025 03:00 PM (IST)
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