सेबी ने अनरजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर्स के खिलाफ सख्त रुख दिखाया है। इसके बावजूद निवेशकों पर उनका असर घटता नहीं दिख रहा। सेबी के सर्वे से पता चलता है कि निवेशकों के लिए फिनफ्लूएंसर्स फाइनेंशियल एडवाइस के बड़े स्रोत हैं। इनवेस्टर्स दोस्त और परिवार के बाद फाइनेंशियल एडवाइस के लिए सबसे ज्यादा उन पर निर्भर हैं। सर्वे के नतीजों से कई अहम जानकारियां सामने आई हैं।
इस सर्वे में 90,000 से ज्यादा परिवारों ने लिया हिस्सा
पूरे देश में यह सर्वे Kanter ने SEBI, AMFI और बड़े मार्केट इंफ्रास्ट्रक्टर इंस्टीट्यूशंस (MII) के साथ मिलकर किया। इसमें देश के 400 शहरों और 1,000 गांवों के 90,000 से ज्यादा परिवारों ने हिस्सा लिया। सेबी निवेशकों की जागरूकता के लिए लगातार कोशिश कर रहा है। वह इनवेस्टर्स को अनरिजस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर्स को लेकर भी निवेशकों को सचेत करता है। उसका मानना है कि इन पर भरोसा करने से निवेशकों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
56 फीसदी लोग फिनफ्लूएंसर्स की बातें ध्यान से सुनते हैं
सेबी के सर्वे में शामिल करीब 56 फीसदी लोगों ने कहा कि वे निवेश की सलाह के लिए फिनफ्लूएंसर्स की बातें ध्यान से सुनते हैं। करीब 93 फीसदी लोगों ने कहा कि वे फिनफ्लूएंसर्स को मध्यम से लेकर ज्यादा भरोसेमंद मानते है। इनमें से दो-तिहाई लोगों ने कहा कि वे फिनफ्लूएंसर्स की सलाह के आधार पर इनवेस्टमेंट के फैसले लेते हैं।
यूट्यूब फाइनेंशियल इनफ्लूएंसर्स के लिए सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म
फाइनेंशियल इनफ्लूएंसर्स के लिए यूट्यूब सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म के रूप में सामने आया है। इसके बाद इंस्टाग्राम का नंबर है। इसकी लोकप्रियता 64 फीसदी, फेसबुक की 61 फीसदी, एक्स की 11 फीसदी और लिंक्डइन की 4 फीसदी है। यह जानकारी सेबी के सर्वे से मिली है। 66 फीसदी इनवेस्टर्स ने उनकी सलाह को कुछ हद तक भरोसेमंद बताया। 18 फीसदी ने काफी भरोसेमंद बताया। 9 फीसदी ने बहुत ज्यादा भरोसेमंद बताया। सिर्फ 7 फीसदी लोगों ने कहा कि वे फिनफ्लूएंसर्स पर बिल्कुल भरोसा नहीं करते।
सेबी अनरजिस्टर्ड फिनफ्लूएंसर्स पर रोक लगाने की कर रहा कोशिश
सेबी का यह सर्वे ऐसे वक्त आया है, जब पिछले कई सालों से रेगुलेटर अनरिजस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर्स पर रोक लगाने के लिए कदम उठा रहा है। सेबी ने जून 2024 में रजिस्टर्ड एनटिटीज को अनरजिस्टर्ड इनवेस्टमेंट से किसी तरह का समझौता करने पर रोक लगा दी थी। उसने एजुकेशनल कंटेंट के लिए दोनों को आपस में सहयोग करने की इजाजत दी थी। सेबी ने एजुकेटर्स को ऐसे तरीकों से एजुकेटर्स को लाइव स्टॉक प्राइस, नाम और कोड्स दिखाने से रोक दिया था, जिससे यह लगे कि वे इनवेस्टमेंट एडवाइसेज हैं।
लोग निवेश के फैसलों से पहले दोस्त-परिवार से बात करते हैं
फिनफ्लूएंसर्स की बढ़ती लोकप्रियता के बावूजद अब भी लोग पर्सनल नेटवर्क की सलाह पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं। करीब 59 फीसदी इनवेस्टर्स निवेश का फैसला लेने से पहले दोस्त, परिवार और साथ में काम करने वाले लोगों से बातचीत करते हैं। हालांकि, 34 फीसदी लोगों ने कहा कि उनके निवेश के फैसलों में टेलीग्राम, व्हाट्सएप, रेडिट और फेसबुक पर उपलब्ध ऑनलाइन कम्युनिटीज का भी असर होता है। फाइनेंशियल न्यूज और ब्लॉग्स (28 फीसदी), इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स (25 फीसदी) और कंपनी एनालिसिस रिपोर्टस (25 फीसदी) जैसे ट्रेडिशनल सोर्सेज दूसरे नंबर पर आते हैं।
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