नर्क जाने के 6 लक्षण कौन-से हैं? गरुड़ पुराण के अनुसार इन आदतों को आज ही छोड़ दें!

हिंदू धर्म में नर्क और स्वर्ग का जिक्र है. अच्छे कर्म करने वाले व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है, वही बुरे कार्य करने वाले व्यक्ति को नर्क जाना पड़ता है. गरुड़ पुराण के अनुसार जिस भी इंसान के अंदर ये 6 लक्षण दिखाई दे, उनका नर्क जाना तय है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

हिंदू धर्म में नर्क और स्वर्ग का जिक्र है. अच्छे कर्म करने वाले व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है, वही बुरे कार्य करने वाले व्यक्ति को नर्क जाना पड़ता है. गरुड़ पुराण के अनुसार जिस भी इंसान के अंदर ये 6 लक्षण दिखाई दे, उनका नर्क जाना तय है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

जो व्यक्ति हर बात पर आपा खो देता है, हर किसी पर गुस्सा करता है, चाहे वो उससे बड़े या छोटे क्यों न हो. गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे व्यक्ति का नर्क जाना तय है. अगर आप भी गुस्सा करते हैं, तो फौरन इस आदत छोड़ दे.

जो व्यक्ति हर बात पर आपा खो देता है, हर किसी पर गुस्सा करता है, चाहे वो उससे बड़े या छोटे क्यों न हो. गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे व्यक्ति का नर्क जाना तय है. अगर आप भी गुस्सा करते हैं, तो फौरन इस आदत छोड़ दे.

नर्क जाने का दूसरा लक्षण कटु वाणी हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार जिस व्यक्ति की वाणी कटु है, जो हमेशा दूसरों का मजाक बनाते हैं या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं, ऐसे लोगों का भी नर्क जाना तय है.

नर्क जाने का दूसरा लक्षण कटु वाणी हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार जिस व्यक्ति की वाणी कटु है, जो हमेशा दूसरों का मजाक बनाते हैं या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं, ऐसे लोगों का भी नर्क जाना तय है.

जो व्यक्ति खुद के स्वार्थ और लालच में रहता है, मरने के बाद वह नर्क का भागी है. इस बात का उल्लेख शास्त्रों में भी देखने को मिलता है, जो केवल अपने बारे में सोचता है, उसे नर्क में कठोर से कठोर सजा दी जाती है.

जो व्यक्ति खुद के स्वार्थ और लालच में रहता है, मरने के बाद वह नर्क का भागी है. इस बात का उल्लेख शास्त्रों में भी देखने को मिलता है, जो केवल अपने बारे में सोचता है, उसे नर्क में कठोर से कठोर सजा दी जाती है.

जो व्यक्ति खुद पाप नहीं करें लेकिन पापियों की संगति में बैठता है, वह कुलहीन कहलाता है. ऐसे व्यक्ति को मरने के बाद नर्क लोक में कठोर यातनाएं दी जाती हैं. इसलिए कभी भी बुरी संगति में नहीं रहना चाहिए.

जो व्यक्ति खुद पाप नहीं करें लेकिन पापियों की संगति में बैठता है, वह कुलहीन कहलाता है. ऐसे व्यक्ति को मरने के बाद नर्क लोक में कठोर यातनाएं दी जाती हैं. इसलिए कभी भी बुरी संगति में नहीं रहना चाहिए.

जो व्यक्ति अपने से बड़ों का या मां-बाप का अपमान और उनपर गुस्सा करता है, ऐसे व्यक्ति को मरने के बाद भी चैन नहीं मिलता. इसलिए जिसने जन्म दिया है, उसके साथ अच्छे से बर्ताव करें.

जो व्यक्ति अपने से बड़ों का या मां-बाप का अपमान और उनपर गुस्सा करता है, ऐसे व्यक्ति को मरने के बाद भी चैन नहीं मिलता. इसलिए जिसने जन्म दिया है, उसके साथ अच्छे से बर्ताव करें.

Published at : 30 Sep 2025 01:07 PM (IST)

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