MCX पर सोना पहुंचा रिकॉर्ड लेवल पर, छू लिया ₹1,10,235 का लेवल, चांदी पहुंची ₹1,29,600 के पार

भारत में सोने-चांदी की चमक इस समय अपने शिखर पर है. घरेलू बाजार (Domestic Market) से लेकर ग्लोबल मार्केट (International Market) तक इसकी कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं. निवेशकों और ज्वेलरी कारोबारियों के लिए ये समय बेहद खास साबित हो रहा है, क्योंकि सोने ने पहली बार 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर पार किया है.

वहीं दूसरी तरफ चांदी ने भी अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1,29,500 रुपये प्रति किलोग्राम की नई ऊंचाई को छू लिया है. लगातार बढ़ती मांग (Demand) और ग्लोबल सप्लाई (Global Supply) से जुड़ी दिक्कतों की वजह से कीमतों में तेजी का माहौल बना हुआ है.

सोने (Gold) ने बनाया नया रिकॉर्ड

सोने की कीमतों ने घरेलू बाजार में नया इतिहास रच दिया है. पहली बार सोना ₹1,10,000 के पार निकल गया है. MCX पर सोना 1,10,235 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है. वहीं घरेलू बाजार में सोना रिकॉर्ड ₹1,09,940 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है.

चांदी की ऐतिहासिक उछाल

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सोने के साथ-साथ चांदी ने भी नया इतिहास रच दिया है. MCX पर चांदी 1,29,600 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. निवेशकों का कहना है कि चांदी आने वाले दिनों में और भी तेजी पकड़ सकती है क्योंकि इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) और सोलर इंडस्ट्री (Solar Industry) में इसकी मांग बढ़ रही है.

ग्लोबल मार्केट में चमक

भारतीय बाजार के साथ-साथ इंटरनेशनल मार्केट में भी सोना-चांदी नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुके हैं. सोना ग्लोबल मार्केट में $3,800 प्रति औंस तक पहुंच गया है. ग्लोबल स्तर पर अमेरिकी डॉलर (US Dollar) की कमजोरी और ब्याज दरों (Interest Rates) के स्थिर रहने की वजह से इन धातुओं में तेजी देखने को मिल रही है.

क्यों बढ़ रही है सोना-चांदी की कीमत?

सोने-चांदी की कीमतों में तेजी की कई वजहें हैं:

  • अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर कमजोर होना
  • सुरक्षित निवेश (Safe Haven) के रूप में सोने की मांग बढ़ना
  • ज्वेलरी सीजन और फेस्टिव सीजन (Festive Season) का असर
  • इलेक्ट्रिक और सोलर इंडस्ट्री में चांदी की मांग बढ़ना

निवेशकों के लिए बड़ा मौका

विशेषज्ञों का मानना है कि अभी भी सोना और चांदी में लंबी अवधि (Long Term) के लिए निवेश (Investment) करना फायदेमंद साबित हो सकता है. हालांकि, शॉर्ट टर्म (Short Term) में इसमें उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है.

Conclusion

सोना और चांदी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आर्थिक अनिश्चितताओं (Economic Uncertainty) के समय में ये सबसे मजबूत निवेश (Best Investment) साबित होते हैं. जहां सोना 1,10,000 रुपये के पार निकल गया है, वहीं चांदी भी 1,29,500 रुपये तक पहुंच चुकी है. आने वाले दिनों में इनकी चमक और बढ़ सकती है, जिससे निवेशकों और खरीदारों दोनों का फायदा होगा.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. सोने में निवेश करना सही है या चांदी में?

Ans: दोनों ही सुरक्षित निवेश हैं, लंबी अवधि में सोना ज्यादा भरोसेमंद माना जाता है.

Q2. सोने की कीमतें क्यों बढ़ती हैं?

Ans: डॉलर की कमजोरी, वैश्विक हालात और मांग बढ़ने से.

Q3. चांदी की कीमतें ज्यादा अस्थिर क्यों रहती हैं?

Ans: इंडस्ट्रियल डिमांड और सप्लाई पर इसका ज्यादा असर होता है.

Q4. क्या अभी सोना खरीदना फायदेमंद है?

Ans: हां, लंबी अवधि के निवेश के लिए सोना सही समय पर है.

Q5. क्या चांदी सोने से ज्यादा रिटर्न देती है?

Ans: हां, शॉर्ट टर्म में चांदी ज्यादा रिटर्न दे सकती है.

Q6. सोना कहां से खरीदना सुरक्षित है?

Ans: हमेशा प्रमाणित ज्वेलर या बैंक से.

Q7. क्या डिजिटल गोल्ड सुरक्षित है?

Ans: हां, अगर भरोसेमंद प्लेटफॉर्म से खरीदा जाए तो.

Q8. क्या गोल्ड ETF सही निवेश है?

Ans: हां, इसमें आसानी से ट्रेड किया जा सकता है.

Q9. क्या शादी सीजन में सोना महंगा हो जाता है?

Ans: हां, मांग बढ़ने से कीमतों में उछाल आता है.

Q10. क्या सोना-चांदी दोनों को पोर्टफोलियो में रखना चाहिए?

Ans: हां, यह निवेश में संतुलन लाता है और रिस्क कम करता है.

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