Market insight: भारत में अभी तो शुरू हुई है इक्विटी मार्केट की ग्रोथ पार्टी, अगले 2-3 साल में मिलेंगे बंपर रिटर्न-नवनीत मुनोत – market insight indias equity market growth party has just begun bumper returns will be available in the next 2-3 years navneet munot

Market mantra : बाजार पिछले कुछ दिनों से ट्रेंड बदलने के संकेत दे रहा है। RBI की दरों में कटौती के बाद GST में कमी के साथ ट्रंप के रुख में नरमी जैसे कई ट्रिगर्स बाजार को सपोर्ट कर रहे हैं। ऐसे बाजार में कहां दांव लगाना चाहिए। MARKET INSIGHTS और कमाई वाली थीम्स पर चर्चा करते हुए HDFC AMC के MD & CEO नवनीत मुनोत ने कहा कि SIP को लेकर निवेशकों में जागरुकता बढ़ी है। SIP में लगातार निवेश बढ़ रहा है। 2016 में हर महीने SIP में 4000 करोड़ रुपए का निवेश देखने को मिला था। लगातार दूसरे महीने में SIP निवेश शिखर के करीब है। फ्लैक्सी कैप फंड में निवेशकों का रुझान बढ़ रहा है।

FIIs की बिकवाली का बाजार पर ज्यादा असर नहीं

उन्होंने आगे कहा कि भारत में FIIs होल्डिंग सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। FIIs की बिकवाली का बाजार पर ज्यादा असर नहीं हुआ है। मार्केट को DIIs के साथ साथ FIIs की भी जरूरत है। ग्लोबल बाजारों के मुकाबले भारत में स्थिरता ज्यादा है। कई ग्लोबल बाजारों में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है। अर्निंग ग्रोथ और वैल्युएशन कम होने पर FIIs आएंगे। प्राइमरी मार्केट में FIIs का निवेश बढ़ रहा है।

शेयर बाजार भी आत्मनिर्भर बनने की ओर

पिछले 1 साल में चीन के बाजार में अच्छी ग्रोथ रही है। टेक शेयरों में ग्रोथ से US मार्केट रिकॉर्ड स्तर पर है। भारतीय बाजार में अब DIIs पैसा बना रहे हैं। शेयर बाजार भी अब आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है।

1-2 तिमाहियों में दिखेगा, नए रिफॉर्म का असर

नवनीत मुनोत ने कहा कि नए रिफॉर्म का असर अगली 1-2 तिमाहियों में दिखेगा। GST, इनकम टैक्स और ब्याज दरें घटने का असर दिखेगा। सरकार का कैपेक्स पर फोकस बरकरार रहने की उम्मीद है। निजी कैपेक्स में भी आगे बढ़ोतरी की उम्मीद है। अर्निंग ग्रोथ से भी बाजार को सपोर्ट मिलेगा।

निवेश में अनुशासन रखना बेहद जरूरी

उन्होंने आगे कहा पिछले 30 साल में फ्लैक्सीकैप फंड में रिटर्न 200 गुना हुआ है। पिछले 4-5 साल में बाजार में नए निवेशक बढ़े हैं। कोविड के बाद बाजार में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है। निवेश में अनुशासन रखना बेहद जरूरी है। बाजार को टाइम करने की कोशिश ना करें।

अमेरिका भी जल्द भारत से टैरिफ डील चाहता है

नवनीत मुनोत की राय है कि भारत ने US टैरिफ मामले को संयम से संभाला है। भारत ने टैरिफ पर काफी सूझबूझ और संयम दिखाया है। भारत-US के बीच जल्द ही टैरिफ पर डील की उम्मीद है। दुनिया के सभी देश भारत से मित्रता ही रखेंगे। भारत दुनिया के बड़े कंज्यूमर मार्केट में से एक है। अमेरिका भी जल्द भारत से टैरिफ डील चाहता है।

नए रिफॉर्म से टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी संभव

नवनीत मुनोत का कहना है कि GST कटौती का रिफॉर्म काफी बड़ा है। सरकार का ईज ऑफ डुईंग बिजनेस पर जोर है। इनकम टैक्स कटौती से भी मांग बढ़ेगी। नए रिफॉर्म से टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी संभव है। सरकार का इकोनॉमी को फॉर्मलाइज करने पर जोर है।

बैंकों की ग्रोथ को लेकर डरने की जरूरत नहीं, वैल्युएशन भी वाजिब

उनकी राय है कि बैंकों में आगे क्रेडिट ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद है। RBI ने भी लिक्विडिटी बढ़ाने पर काफी काम किया है। बड़े रिफॉर्म से बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ को बूस्ट मिलेगा। बैंकों की ग्रोथ को लेकर डरने की जरूरत नहीं है। बैंकों के वैल्युएशन भी वाजिब नजर आ रहे हैं।

अर्बन और रूरल इकोनॉमी अच्छी ग्रोथ की उम्मीद

नवनीत मुनोत ने आगे कहा कि पिछले 4 साल में सरकार का कैपेक्स बढ़ाने पर जोर रहा है। रोड, रेलवे, पोर्ट जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार पर जोर रहा। अब सरकार का कंजम्प्शन ग्रोथ पर फोकस है। GST, इनकम टैक्स और ब्याज दरें घटने से सेविंग बढ़ेगी। अर्बन और रूरल इकोनॉमी में भी अच्छी ग्रोथ आएगी।

रिफॉर्म और टैरिफ डील से कॉरपोरेट प्रॉफिट की ग्रोथ बढ़ेगी

कोविड के बाद कॉरपोरेट प्रॉफिट ग्रोथ में रफ्तार अच्छी रही। कोविड के बाद 3 साल 20% CAGR थी। पिछले 1 साल में कंसोलिडेशन देखने को मिला है। रिफॉर्म और टैरिफ डील से कॉरपोरेट प्रॉफिट की ग्रोथ बढ़ेगी। 10 साल में रिफॉर्म से इकोनॉमी में स्थिरता आई है। इकोनॉमी में स्थिरता से मार्केट को बूस्ट मिलेगा। कॉरपोरेट ग्रोथ रिटर्न ऑन इक्विटी बढ़ने की उम्मीद है। नवनीत मुनोत ने बताया कि डिफेंस फंड को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। पिछले 1 साल में शेयरों के वैल्युएशन वाजिब हुए हैं। कई सेक्टरों में अच्छे स्टॉक्स बेहतर वैल्युएशन पर मिल रहे हैं।

अगले 2-3 साल में बाजार में मिलेंगे अच्छे रिटर्न

नवनीत मुनोत ने आगे कहा कि भारत की ग्रोथ रेट चीन से ज्यादा है। देश की महंगाई दर जापान से कम है। CAD और फिस्कल डेफिसिट अमेरिका से कम है। भारत का फॉरेक्स रिजर्व काफी बेहतर है। 10 साल के रिफॉर्म का असर आगे और दिखेगा। अगले 2-3 साल में बाजार में अच्छे रिटर्न मिलेंगे। मार्केट में हमेशा लॉन्ग टर्म निवेश पर फोकस करें। भारत में इक्विटी कल्चर लगातार बढ़ रहा है। भारत के इक्विटी मार्केट की ग्रोथ अभी शुरू हुई है।

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