Watch Video : झारखंड के कलाकारों का महाजुटान राजधानी रांची में 9 सितंबर को हुआ. कार्यक्रम में कलाकारों ने अपनी दस मांग रखी. इस कार्यक्रम में झारखंडी संगीत में फैलती अश्लीलता का जिक्र कलाकारों ने किया. मंच से मनोज चंचल ने कहा कि खोरठा गानों ने भोजपुरी को भी पीछे छोड़ दिया है. गाने इतने अश्लील होते हैं कि इन्हें घर में बैठकर आप सुन भी नहीं सकते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकारों पर केस दर्ज होना चाहिए. यदि ऐसा ही चलता रहा तो हमारी संस्कृति पर बुरा प्रभाव पड़ेगा.
झॉलीवुड एक्टर रमन गुप्ता ने कहा कि झारखंडी संगीत में अश्लीलता के खिलाफ मैं हमेशा मुखर होकर अपनी बात रखता हूं. उन्होंने कहा कि शुरूआत के दिनों में मुझसे भी कई गलतियां हुईं लेकिन अब मैं अश्लीलता के खिलाफ मुखर होकर हर प्लेटफार्म में अपनी बात रखता हूं. इसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है.
झारखंडी कलाकारों में बहुत प्रतिभा : शिल्पी नेहा तिर्की
कार्यक्रम में पहुंचीं कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंडी कलाकारों में बहुत प्रतिभा है. इनकी प्रतिभा सिर्फ राज्य में ही नहीं, बल्कि देश में भी दिखनी चाहिए. हमारी सरकार कलाकारों की समस्याओं के समाधान की दिशा में प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में कैबिनेट की बैठक में तीन अकादमियों के गठन के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है. सरकार इन अकादमियों के लिए बजट का प्रावधान भी करेगी. मंत्री मंगलवार को राज्य स्तरीय कलाकारों के महाजुटान कार्यक्रम में बोल रही थीं. कार्यक्रम का आयोजन झारखंडी कलाकार सोसाइटी द्वारा पुरूलिया रोड स्थित एसडीसी सभागार में किया गया था.
झारखंडी कलाकार सोसाइटी का गठन हो: बंधु तिर्की
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बंधु तिर्की ने कहा कि झारखंडी कलाकार सोसाइटी का गठन हो. उन्होंने कहा कि नवंबर या दिसंबर के अंतिम सप्ताह में मोरहाबादी में राज्यभर के कलाकारों का जुटान होगा. इसमें कलाकारों को सम्मानित किया जायेगा. बंधु तिर्की ने कहा कि कलाकारों का बीमा होना चाहिए. झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि झारखंड की कला संस्कृति समृद्ध और मनमोहक है. कलाकारों के मुद्दे को सरकार के समक्ष रखा जायेगा.
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इससे पूर्व कलाकारों की ओर से कहा गया कि राज्य बनने के बाद से आज तक किसी भी सरकार ने कलाकारों की सुध नहीं ली है. कलाकार सिर्फ अपनी कला के बल पर पेट भर लें, यह संभव नहीं है. जबकि दूसरे कई राज्यों में कलाकारों के लिए विशेष नीति बनी है. झारखंड में भी कलाकारों के लिए नीतियां बननी चाहिए. इस अवसर पर पद्मश्री मधु मंसूरी ने गीत के माध्यम से झारखंडी कलाकारों का दर्द बयां किया. मौके पर मोनिका मुंडू, पवन रॉय, वर्षा लकड़ा, रमन गुप्ता, मनोज चंचल आदि थे.
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