नेपाल में जारी तनाव के बीच सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, जिसके मुताबिक नेपाल में पुलिस सेना और मेडिकल, सरकारी विभागों व रसद खाद्य गाड़ियों के अलावा किसी भी अन्य वाहन को पेट्रोल डीजल नहीं दिया जाएगा. इस बीच नेपाल में मंगलवार (9 सितंबर 2025) को दूसरे दिन भी छात्रों के नेतृत्व में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शन जारी रहे. प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक रूप से एकत्र होने पर लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग की और कई नेताओं के आवासों में तोड़फोड़ की. जेन ज़ी के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने राजधानी के कई हिस्सों में KP चोर, देश छोड़ो और भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो जैसे नारे लगाए.
प्रदर्शनकारियों ने भक्तपुर के बालकोट स्थित प्रधानमंत्री ओली के आवास को आग लगा दी. ओली फिलहाल बालुवतार स्थित प्रधानमंत्री आवास पर हैं. प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू के नायकाप में पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के आवास को भी आग लगा दी. इससे ठीक एक दिन पहले सोमवार को सोशल मीडिया साइटों पर सरकार के प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस की ओर से बल प्रयोग किए जाने के बाद रमेश लेखक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
प्रदर्शनकारियों ने लगाई आग
पुलिस की कार्रवाई में सोमवार को 21 लोगों की मौत हो गयी थी और 300 से अधिक अन्य घायल हो गए थे. काठमांडू के कलंकी, कालीमाटी, तहाचल और बानेश्वर के साथ-साथ ललितपुर जिले के च्यासल, चापागौ और थेचो इलाकों से भी प्रदर्शनों की खबरें आईं. प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक रूप से एकत्र होने पर लगे प्रतिबंधों की अवहेलना करते हुए छात्रों को मत मारो जैसे नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कलंकी में प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए टायर जलाए. मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलायीं, जिसमें चार लोग घायल हो गए हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रदर्शनकारी युवकों ने ललितपुर जिले के सुनाकोठी स्थित संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास पर भी पथराव किया.
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