उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के तहसील मोरी अंतर्गत ग्राम भकंवाड़ में सोमवार (8 सितंबर) सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां टोंस नदी पर लगी ट्रॉली से नदी पार करते समय एक 15 वर्षीय किशोरी का संतुलन बिगड़ गया और वह नदी की तेज धारा में बह गई.
जानकारी के अनुसार, सबीना (15), पुत्री यासीन, अपनी मौसी मेमना के साथ नदी पार कर रही थी. इसी दौरान अचानक ट्रॉली असंतुलित हो गई, जिससे सबीना नीचे गिर पड़ी और बहाव में बह गई. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और किशोरी की तलाश शुरू कर दी.
हालांकि, नदी का तेज बहाव तलाशी अभियान में बाधा बना हुआ है. स्थानीय लोग भी टीम के साथ तलाश में जुटे हैं. घटना के बाद से गांव में शोक और दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने प्रशासन से टोंस नदी पार करने के सुरक्षित साधन उपलब्ध कराने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके.
लोगों ने प्रशासन से की थी ये मांग
स्थानीय लोगो ने इस नदी पर एक पुल बनाने की मांग शासन से की थी लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी की कार्यवाही नहीं हो पाई ये कोई केवल इस जगह की बात नहीं अभी भी प्रदेश में कई जगह ऐसी है जहां ट्रॉली के माध्यम से नदी पार की जाती है आज हुए हादसे से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि टोंस नदी पर कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन प्रशासन की ओर से केवल आश्वासन दिए जाते रहे हैं. यदि समय रहते इस जगह पर पुल का निर्माण किया गया होता तो आज एक मासूम बच्ची की जान जोखिम में न पड़ती.
ऐसी घटनाओं पर विशेषज्ञों का क्या मानना है?
विशेषज्ञों का भी मानना है कि सीमांत और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए आवागमन की सुरक्षित व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेदारी है. खासकर स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए ट्रॉली से नदी पार करना खतरनाक साबित हो रहा है.
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही टोंस नदी पर स्थायी पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. फिलहाल, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें लापता किशोरी की तलाश में जुटी हैं और गांव में मातम पसरा हुआ है.
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