नई दिल्ली। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पिछले महिने अगस्त में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब इस पद के लिए 9 अगस्त मंगलवार को वोटिंग होनी है। एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं इंडिया गठबंधन की ओर से सुदर्शन रेड्डी मैदान में है। दोनों के बीच काटे की टक्कर देखने को मिल रहा है। इस बीच उपराष्ट्रपति चुनाव से बीजू जनता दल और बीआरएस ने दूरी बना ली है।
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बीजू जनता दल के सांसद सस्मित पात्रा ने बताया कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया है। पार्टी की ओर से फैसला लिया गया है कि पार्टी मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी। बीजू जनता दल एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों से समान दूरी बनाए हुए है। उन्होने कहा कि हमारी पार्टी ओडिशा और उसके 4.5 करोड़ लोगों के विकास और कल्याण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। बता दें कि बीजद का उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बनाने की बड़ी वजह यह हो सकती है कि नवीन पटनायक एनडीए के विरोधी भी नहीं बनना चाहते और पक्ष में भी खड़ा नहीं होना चाहते। राष्ट्रीय स्तर पर बीजद या तो सत्ता के साथ रही है या फिर न्यूट्रल ही रही है। हालांकि पिछले उपराष्ट्रपति चुनाव में पार्टी ने एनडीए प्रत्याशी के लिए वोट किया था।
बीआरएस भी नहीं लेगी उपराष्ट्रपति के चुनाव में हिस्सा
उपराष्ट्रपति के चुनाव में भारत राष्ट्र समिति ने भी हिस्सा लेने से मना कर दिया है। सोमवार को पार्टी ने यह जानकारी दी है। बीआरएस के कार्यवाहक अध्यक्ष केटी रामाराव ने कहा कि चूंकि चुनाव में नोटा का विकल्प नहीं है, इसलिए पार्टी ने इससे दूर रहने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि बीआरएस ने उस गठबंधन को समर्थन की पेशकश की थी जो तेलंगाना को दो लाख टन यूरिया की आपूर्ति का आश्वासन देता है। चूंकि न तो एनडीए और न ही इंडिया ब्लॉक तेलंगाना के किसानों के लिए आवश्यक यूरिया लाने के लिए आगे आया, इसलिए पार्टी ने चुनाव से दूर रहने का फैसला किया है।
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