राजस्थान के जालोर जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जहां बाड़मेर इकाई की टीम ने कार्रवाई करते हुए सरवाना थाने में तैनात हेड कांस्टेबल भंवरलाल (कानि. नं. 709) को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
एसीबी अधिकारियों के अनुसार आरोपी हेड कांस्टेबल ने एक वकील से उसके मुवक्किलों के प्रकरण में सहयोग करने और दर्ज एफआईआर में नामजद आरोपियों के अलावा अन्य दो से अधिक सह-आरोपियों को मुल्जिम नहीं बनाने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी. शिकायत दर्ज होने के बाद एसीबी ने कार्रवाई की योजना बनाई और तयशुदा राशि लेते ही आरोपी को थाना परिसर स्थित सरकारी आवास से पकड़ लिया.
एएसपी नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में की गई ट्रैप कार्रवाई
एसीबी की महानिदेशक (प्रभारी) स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी वकील ने ब्यूरो को लिखित शिकायत दी थी कि जांच अधिकारी अनुचित लाभ लेकर उसके मुवक्किलों के लिए राहत दिलाने का दबाव बना रहा है. शिकायत की पुष्टि के बाद एसीबी रेंज जोधपुर के डीआईजी भुवन भूषण यादव के सुपरविजन और एएसपी नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में ट्रैप कार्रवाई की गई.
मामला दर्ज कर जांच कर दी गई है शुरू
टीम ने आरोपी से 50 हजार रुपये की रिश्वत राशि बरामद कर जब्त कर ली है और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है. फिलहाल आरोपी हेड कांस्टेबल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. इस कार्रवाई के बाद जिलेभर में और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपियों के वकील ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके मुवक्किल व अन्य परिजनों के खिलाफ दर्ज मामले में नामजद आरोपियों के अलावा दो से अधिक अन्य सह-आरोपियों को राहत देने व मुकदमे में सहयोग करने की एवज में हेड कांस्टेबल ने 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी.
Input By : एच.एल.भाटी
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