Market trend : पॉजिटिव मार्केट सेंटीमेंट के दम पर बाजार में लौटी तेजी, आज इन अहम लेवल्स पर रहेगी नजर – market trend market is back on the back of positive market sentiment these important levels will be monitored today

Nifty trend : पॉजिटिव मार्केट सेंटीमेंट के चलते सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त के साथ खुले हैं। फिलहाल सेंसेक्स +355 अंक यानी 0.44 फीसदी की बढ़त के साथ 80,175 के आसपास दिख रहा है। वहीं, निफ्टी 115 अंक यानी 0.47 फीसदी की बढ़त के साथ 24,545 के आसपास करोबार कर रहा है। पिछले कारोबारी सेशन की बात करें तो शुक्रवार, 29 अगस्त को सुस्त शुरुआत के बाद कारोबार के आखिरी घंटे में सेंसेक्स और निफ्टी में हल्की गिरावट दर्ज की गई थी। ऑटो, आईटी और मेटल शेयरों में आई बिकवाली ने एफएमसीजी शेयरों से मिले सपोर्ट के असर को बेकार कर दिया था। इसका असर ब्रॉडर मार्केट पर भी पड़ा था। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स शुरुआती बढ़त गंवाकर गिरावट के साथ बंद हुए थे।

विदेशी निवेशकों (FIIs/FPIs) ने शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजारों में 8,313 करोड़ रुपये की नेट सेलिंग की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 11,487 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

आज इन अहम स्तरों पर रहे नजर

निफ्टी की अगस्त महीने की क्लोजिंग एक नाजुक नोट पर हुई है। इसने अहम सपोर्ट जोन को तोड़ते हुए और अपने दो महीने के निचले स्तर को छू लिया है। इससे मंथली चार्ट पर एक बियरिश हरामी सेटअप की पुष्टि होती है। अहम स्ट्राइक्स पर कॉल राइटर्स का दबदबा, साथ ही पुट पोजीशन को निचले लेवल पर लाने और अनवाइंड करने से मंदी की भावना को और बल मिलता है। निफ्टी सभी अहम मूविंग एवरेज से काफी नीचे कारोबार कर रहा है और रेजिस्टेंस लेवल धीरे-धीरे नीचे की ओर बढ़ रहा है, जिससे मार्केट में कमजोरी बनी हुई है।

जब तक निफ्टी निर्णायक रूप से 24,800 के स्तर को पार नहीं कर जाता, तब तक ऊपर की ओर तेजी की संभावना सीमित रहेगी। नीचे की ओर किसी को बढ़ी गिरावट को रोकने के लिए निफ्टी के लिए 24,400 के ऊपर बने रहना ज़रूरी है। फ़िलहाल, “उछाल पर बिकवाली” रणनीति बेहतर लग रही है, क्योंकि ओवरसोल्ड स्थितियों में किसी भी तकनीकी उछाल को नए शॉर्टिंग मौके के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

सैमको सिक्योरिटीज के धूपेश धमेजा का कहना है कि अगस्त की क्लोजिंग कमजोर नोट पर हुई है। निफ्टी बैंक का अहम सपोर्ट स्तरों से नीचे जाना और मजबूत मंथली बियरिश कैंडल बनना बाजार मंदड़ियों की पकड़ मजबूत होने का संकेत है। अहम स्ट्राइक्स पर कॉल राइटर्स का दबदबा, साथ ही पुट पोजीशन को निचले लेवल पर लाने और अनवाइंड करने से मंदी की भावना को और बल मिलता है। निकट भविष्य में, किसी भी रिकवरी के लिए बैंक निफ्टी का 54,500 से ऊपर जाना जरूरी है।

नीचे की ओर और भी ज़्यादा गिरावट को रोकने के लिए बैंक निफ्टी के लिए 53,500 के ऊपर बने रहना ज़रूरी होगा। तब तक,”उछाल पर बिकवाली” की रणनीति सबसे अच्छी रणनीति होगी। क्योंकि ओवरसोल्ड स्थितियों में मामूली उछाल किसी भी बड़े बदलाव का संकेत देने के बजाय नए शॉर्टिंग के अवसर दे सकता है।

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