
हरतालिका तीज सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे खास पर्व होता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर माता पार्वती-भगवान शिव की पूजा करती हैं और अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं. इस साल 26 अगस्त को यह त्योहार मनाया जाएगा.

हरतालिका तीज पर्व का महत्व आध्यात्मिक और पौराणिक दोनों ही रूप से जुड़ा है. इस दिन पूजा में वैसे तो कई तरह की सामग्रियां शिव-पर्वती को अर्पित की जाती हैं. लेकिन कुछ ऐसे भोग हैं जोकि पारंपरिक होने के साथ ही बहुत लोकप्रिय भी है. हरतालिका तीज के दिन ये प्रसाद शिव-पार्वती को चढ़ाने का महत्व है.

गुझिया- हरतालिका तीज की पूजा में प्रसाद के रूप में गुझिया जरूर चढ़ाया जाता है. कुछ लोग तो इसे तीज के पहले ही घर पर बनाकर तैयार कर लेते हैं. नारियल, मेवे, चीनी और मैदे आदि से बना गुझिया तीज के पारंपरिक भोग में एक है. कई जगह इसे पेड़किया या पेड़ुकिया भी कहा जाता है.

ठेकुआ- ठेकुआ का प्रसाद मुख्य रूप से छठ पर्व में चढ़ाया जाता है और यह बहुत लोकप्रिय भी है. लेकिन हरतालिका तीज की पूजा में ठेकुआ का प्रसाद चढाया जाता है. आटा, शुद्ध घी और गुड़ आदि से बना ठेकुआ हरतालिका तीज की पूजा में अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है. खास बात यह है कि, यह खाने में स्वादिष्ट होता है, हेल्दी होता है और आप लंबे समय तक इसे स्टोर करके भी रख सकते है.

हलवा- हरतालिका तीज की पूजा में चढ़ाए जाने वाले तरह-तरह के प्रसादों में सूजी का हलवा भी एक है. शुद्ध और सात्विक रूप से तैयार हलवा भोग माता पार्वती को बहुत प्रिय है.

मालपुआ- हरतालिका तीज की पूजा में आप शिव-गौरी को मालपुए का भोग भी लगा सकते हैं. यह हरतालिका तीज के उत्सव का एक पारंपरिक भोग भी है. पूजा के बाद आप इसे प्रसाद के रूप में बांटे और पारण के बाद स्वयं भी खा सकते हैं.
Published at : 26 Aug 2025 04:42 AM (IST)
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