ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक बिछाई जा रही है रेल लाइन, सितंबर 2026 तक कार्य पूरा होने की संभावना

उत्तराखंड में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 125 किलोमीटर लंबी ब्रॉड गेज रेल लाइन उत्तराखंड के विकास की बड़ी उम्मीद बनकर सामने आ रही है,देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों से गुजरने वाली इस परियोजना का 85 फीसदी हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा. 

बता दें इसके लिए 17 मुख्य सुरंगें बनाई जा रही हैं, जिनमें सबसे लंबी 14.58 किलोमीटर की होगी.  इसके अलावा 14 पुल भी बनाए जा रहे हैं  जिनमें श्रीनगर ब्रिज सबसे लंबा और गौचर ब्रिज सबसे ऊंचा होगा. इस परियोजना से चार धाम यात्रा सुगम होगी.

इस मार्ग पर बनेंगे इतने रेलवे स्टेशन

परियोजना के तहत 12 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें योगनगरी ऋषिकेश और वीरभद्र पहले ही तैयार हैं. न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मैथड से काम तेजी से चल रहा है और लक्ष्य है कि सितंबर 2026 तक रेल कर्णप्रयाग तक पहुंच जाए. यह रेल लाइन गढ़वाल क्षेत्र को देश से जोड़ेगी, पर्यटन और चारधाम यात्रा को नई रफ्तार देगी और स्थानीय लोगों को सुरक्षित व तेज यात्रा का विकल्प उपलब्ध कराएगी. 

साथ ही क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी माना जाता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस रेलवे लाइन का उद्घाटन करने आ सकते हैं 2026 तक इसका काम पूरा होने की संभावना जताई जा रही है क्योंकि काम काफी तेजी से चल रहा है.

आसानी से कर पाएंगे चार धाम यात्रा

इस रेलवे लाइन के बनने से चार धाम यात्रा को भी काफी फायदा होगा यात्रा करने वाले तमाम यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी सफर काम होगा और मौसम की मार से भी यात्री बचेंगे इस रेलवे लाइन के बनने से यात्रा कई किलोमीटर कम हो जाएगी. 

वहीं इस रेलवे लाइन को आगे तक ले जाने का भी प्लान बनाया जा रहा है. अगर ऐसा होता है तो चार धाम यात्रा काफी हद तक सुरक्षित और काम हो जाएगी यह शायद पहला मौका है कि पहाड़ में इतनी ऊपर तक उत्तराखंड में रेलवे लाइन पहुंच पा रही है. 

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