पूर्णिया। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी व राजद नेता तेजस्वी यादव की मतदाता अधिकार यात्रा जारी है। रविवार को ये यात्रा पूर्णिया पहुंची। इस दौरान राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, मोदी सरकार ने युवाओं के लिए सारे रास्ते बंद कर दिए और देश का पैसा कुछ पूंजीपतियों को पकड़ा दिया। अब वो आपका वोट चोरी कर रहे हैं, आपका अधिकार छीन रहे हैं। बिहार में बहुत बेरोजगारी और गरीबी है। यहां से लोग बाहर के प्रदेशों में नौकरी करने जाते हैं, क्योंकि उन्हें बिहार में रोजगार नहीं मिलता। हमें इन्हीं हालातों को बदलना है।
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उन्होंने आगे कहा, ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बहुत सफल रही है। इस यात्रा में बिहार की जनता आगे बढ़कर हिस्सा ले रही है। बिहार में ‘वोट चोरी’ की बात करोड़ों लोग मानते हैं, इसलिए हमसे जुड़ रहे हैं। वहीं, बिहार के अररिया में राहुल गांधी ने कहा, चुनाव आयोग का काम सही वोटर लिस्ट देना है, लेकिन इन्होंने ये काम महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक में नहीं किया। हमारा पूरा ध्यान चुनाव आयोग के इस रवैये को बदलने पर है। हम इस काम को छोड़ेंगे नहीं। आप कुछ भी कर लें, हम बिहार में चुनाव चोरी नहीं होने देंगे।
BJP को SIR से कोई शिकायत क्यों नहीं है? क्या उनके वोटरों के नाम नहीं काटे गए?
यात्रा में अब तक हज़ारों ऐसे लोगों से मिला हूं जिनके नाम SIR में वोटर लिस्ट से हटा दिए गए – ज़्यादातर ग़रीब, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, किसान और मज़दूर।
बिल्कुल साफ है – EC और BJP मिलकर विपक्ष के वोट… pic.twitter.com/GjMQXaiEGg
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 24, 2025
राहुल गांधी ने आगे कहा, चुनाव आयोग की पोजिशन सभी को साफ-साफ दिख रही है। मैंने कर्नाटक के महादेवापुरा से जुड़ा डेटा रखा और चुनाव आयोग से पूछा कि 1 लाख फर्जी वोटर कहां से आए? चुनाव आयोग का जवाब अभी तक नहीं आया। मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच में ही चुनाव आयोग ने मुझसे एफिडेविट मांगा। कुछ दिन बाद BJP के अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन चुनाव आयोग ने उनसे एफिडेविट नहीं मांगा। मैंने फर्जी वोटर की बात की, अनुराग ठाकुर ने भी वही बात दोहराई, लेकिन चुनाव आयोग का उनसे एफिडेविट न मांगना दिखाता है कि चुनाव आयोग न्यूट्रल नहीं है। SIR संस्थागत वोट चोरी करने का तरीका है। बिहार में 65 लाख लोगों के नाम काटे गए, लेकिन BJP एक शिकायत नहीं कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव आयोग, चुनाव आयुक्त और BJP के बीच पार्टनरशिप है।
इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, BJP को SIR से कोई शिकायत क्यों नहीं है? क्या उनके वोटरों के नाम नहीं काटे गए? यात्रा में अब तक हज़ारों ऐसे लोगों से मिला हूं जिनके नाम SIR में वोटर लिस्ट से हटा दिए गए-ज़्यादातर ग़रीब, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, किसान और मज़दूर। बिल्कुल साफ है-EC और BJP मिलकर विपक्ष के वोट मिटा रहे हैं।
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