New US Ambassador to India: टैरिफ वॉर के बीच अमेरिका ने भारत में अपना राजदूत बदल दिया है। सर्जियो गोर को भारत में अमेरिका का नया राजदूत बनाया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को ऐलान किया कि सर्जियो गोर भारत में अमेरिका के अगले राजदूत होंगे। गोर को दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत की जिम्मेदारी भी दी गई है।
पढ़ें :- अमेरिका के पूर्व NSA जॉन बोल्टन भारत का सपोर्ट करना पड़ा महंगा, सुबह- सुबह FBI ने घर पर मारा छापा
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल ट्रुथ प्लेटफॉर्म पर लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मैं सर्जियो गोर को भारत गणराज्य में हमारे अगले संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत और दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत के रूप में पदोन्नत कर रहा हूँ। राष्ट्रपति कार्मिक निदेशक के रूप में, सर्जियो और उनकी टीम ने रिकॉर्ड समय में हमारी संघीय सरकार के प्रत्येक विभाग में लगभग 4,000 अमेरिका प्रथम देशभक्तों को नियुक्त किया है – हमारे विभाग और एजेंसियां 95% से अधिक भर चुकी हैं! सर्जियो अपनी नियुक्ति की पुष्टि होने तक व्हाइट हाउस में अपनी वर्तमान भूमिका में बने रहेंगे।”
ट्रंप ने आगे लिखा, “सर्जियो एक बहुत अच्छे दोस्त हैं, जो कई वर्षों से मेरे साथ हैं। उन्होंने मेरे ऐतिहासिक राष्ट्रपति अभियानों पर काम किया, मेरी सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों का प्रकाशन किया, और हमारे आंदोलन का समर्थन करने वाले सबसे बड़े सुपर पैक्स में से एक का संचालन किया। राष्ट्रपति कार्मिक निदेशक के रूप में सर्जियो की भूमिका अमेरिकी जनता से प्राप्त अभूतपूर्व जनादेश को पूरा करने में महत्वपूर्ण रही है। दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि मेरे पास कोई ऐसा व्यक्ति हो जिस पर मैं अपने एजेंडे को पूरा करने और अमेरिका को फिर से महान बनाने में हमारी मदद करने के लिए पूरी तरह भरोसा कर सकूँ। सर्जियो एक अद्भुत राजदूत साबित होंगे। बधाई हो सर्जियो!”
सर्जियो गोर के भारत में नए राजदूत बनाए जाने से दोनों देशों के बीच तनाव कम होने की उम्मीद जतायी जा रही है, क्योंकि अगले हफ्ते भारत से आने वाले सामान पर अमेरिकी टैरिफ को दोगुना करने के फैसले के बाद रिश्ते खराब हुए हैं।
पढ़ें :- US-India Relations: ‘चीन का सामना करने के लिए अमेरिका को भारत में एक दोस्त की ज़रूरत है…’ पूर्व अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने ट्रंप प्रशासन को चेताया
कौन हैं सर्जियो गोर?
सर्जियो गोर का जन्म ताशकंद में हुआ था, जो उस समय सोवियत यूनियन के उज़्बेक सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक का हिस्सा था। लेकिन, साल 1999 में गोर अपने परिवार के साथ अमेरिका आ गए। जहां पर उन्होंने वॉशिंगटन डी.सी. स्थित जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और कंजर्वेटिव राजनीति से जुड़ गए। गोर, कॉलेज रिपब्लिकन्स से सक्रिय रहे हैं। पढ़ाई के बाद गोर ने रिपब्लिकन राजनीति में प्रवेश किया और बाद में केंटुकी से सीनेटर रैंड पॉल के साथ काम किया। उन्होंने कैंपस में यंग अमेरिका फाउंडेशन का एक चैप्टर भी शुरू किया।
डोनाल्ड ट्रंप के साथ गोर साल 2020 से राजनीतिक गतिविधियों में जुड़े रहे हैं। इस दौरान उन्होंने चुनावी फंड जुटाने और ट्रंप का समर्थन करने वाले पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (PACs) में अहम भूमिका निभाई है। इस समय वह व्हाइट हाउस के प्रेसिडेंशियल पर्सनेल ऑफिस का नेतृत्व कर रहे हैं और सीनेट की ओर से उनकी राजदूत नियुक्ति की पुष्टि होने तक वे इस पद पर बने रहेंगे।
Read More at hindi.pardaphash.com