Shani Amavasya 2025: ज्योतिष के अनुसार जब शनिवार को अमावस्या पड़ती है तो उसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है. आज यानि 23 अगस्त 2025 को यही संयोग बना है. पंचांग के अनुसार आज का दिन विशेष है. सूर्य और चंद्र सिंह राशि में होंगे, और शनि मीन राशि में वक्री. अमावस्या का काल 23 अगस्त सुबह 11:35 तक रहेगा. शनिवार होने के कारण महत्व और गहरा है.
शनि देव जब वक्री (Shani Vakri) रहते हैं तो वे पुराने कर्मों का हिसाब मांगते हैं. और जब शनि मार्गी (Shani Margi) होते हैं तो परिणाम सुनाते हैं. यही कारण है कि 23 अगस्त से लेकर 28 नवंबर 2025 तक का समय कॉर्पोरेट जगत के लिए एक बड़ी परीक्षा है. 28 नवंबर 2025 पर शनि मीन राशि में मार्गी होंगे और तब तक चले आ रहे दबाव औपचारिक निर्णयों में बदलेंगे.
इस बीच राहु–केतु की चाल भी महत्वपूर्ण है. मई 2025 से राहु कुंभ राशि और केतु सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं. इसका सीधा असर प्रबंधन, नेतृत्व और तकनीकी क्षेत्रों पर पड़ेगा.
शनि अमावस्या और शनि मार्गी: कब और क्यों खास?
- शनि अमावस्या 2025: शनिवार, 23 अगस्त (22 अगस्त 11:55 AM से 23 अगस्त 11:35 AM)
- शनि मार्गी 2025: शुक्रवार, 28 नवंबर 2025
इस पूरे तीन महीने के अंतराल विशेष है, यही वो समय है जहां छुपे घोटाले उजागर होंगे, नियमों की सख्ती होगी और कर्म के परिणाम तय होंगे.
शास्त्रीय दृष्टि से इसे ऐसे समझें
- बृहद संहिता: शनि और चंद्र का मेल प्रजा और शासक, दोनों के लिए संकटदायक.
- मनुस्मृति: श्रम ही शनि का प्रिय धर्म है,श्रमिकों का शोषण दंड को आमंत्रित करता है.
- फलदीपिका: वक्री शनि पुराने कर्मों का हिसाब लाते हैं, मार्गी शनि परिणाम को स्थायी बना देते हैं.
कॉर्पोरेट टाइमलाइन (Audit से Outcome तक)
23 अगस्त 2025 (शनि अमावस्या): Audit का Alarm
कहा जाता है कि शनि अमावस्या छुपे हुए रहस्यों को उजागर करती है. कंपनियों के लिये यह ऑडिट (Audit) और अकाउंटिंग की सख्त जांच का समय होगा. जो भी गड़बड़ी अब तक छुपाई गई है, वह सामने आ सकती है. कम न करने वाले नजर में आएंगे.
7 सितम्बर 2025 (पूर्णिमा): Market में झटका
चंद्रमा कुंभ में और शनि मीन में. शनि–चंद्र दृष्टि बाजार में अस्थिरता लाएगी. निवेशकों को अचानक फैसलों से नुकसान झेलना पड़ सकता है. बाजार में गहरी समझ रखने वालों को लाभ होगा. शनि का स्वभाव गंभीर है.
17 सितम्बर 2025 (एकादशी): Boardroom का भूचाल
इस दिन पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र रहेंगे. तिथि एकादशी रात 11:39 तक. यह कंपनियों के लिये पॉलिसी बदलाव और बोर्ड मीटिंग्स का संकेत है. कई जगह CEO बदलाव संभव. बोर्ड के सीनियर मेंबर और प्रमोटर्स बड़े फैसले लेने का मन बना सकते हैं.
21–22 सितम्बर 2025 (महालया अमावस्या): Cleansing का समय
पितृपक्ष की अमावस्या. परंपरा कहती है, पुराना बोझ उतारने का दिन. कॉर्पोरेट भाषा में कहें तो यह डिस्क्लोजर फेज (Disclosure Phase) है. कंपनियां अपने बकाये और देनदारियों का सच सामने रखेंगी.
6 अक्टूबर 2025 (शरद पूर्णिमा): Liquidity का Test
शरद पूर्णिमा का चांद, नकदी (Liquidity) की परीक्षा लाएगा. कई कंपनियां तिमाही नतीजों का अनुमान बदल सकती हैं. बजट पर पुनर्विचार होगा.
21 अक्टूबर 2025 (दिवाली अमावस्या): Deal Risk का Peak
दिवाली की रात नई शुरुआत का प्रतीक है. लेकिन शनि वक्री हैं. बड़े सौदे (M&A deals) और अनुबंध में आखिरी समय की रुकावटें संभव.
28 नवंबर 2025 (शनि मार्गी): Outcome का फैसला
और आखिरकार, जब शनि मार्गी होंगे, तब कर्म का फैसला होगा. पारदर्शिता अपनाने वाली कंपनियां स्थिर होंगी, जबकि नियम तोड़ने वाली संस्थाओं पर जुर्माना और पुनर्गठन तय है.
राशियों पर असर (Corporate & Career Focus)
- मेष (Aries): काम में दबाव, पर नया प्रोजेक्ट लाभ देगा. निवेश में सावधानी रखें.
- वृषभ (Taurus): साझेदारी में खटपट, वित्तीय अनुशासन जरूरी.
- मिथुन (Gemini): सहकर्मियों के साथ तनाव, लेकिन पब्लिक रिलेशन में फायदा.
- कर्क (Cancer): कार्यस्थल सुधार, स्वास्थ्य पर खर्च.
- सिंह (Leo): राहु–केतु प्रभाव, नेतृत्व और इमेज की कठिन परीक्षा.
- कन्या (Virgo): ऑडिट और कानूनी मामलों में उलझन, सतर्क रहें.
- तुला (Libra): HR और टीम मैनेजमेंट में चुनौती, कर्मचारियों का असंतोष.
- वृश्चिक (Scorpio): कॉर्पोरेट राजनीति और निवेशकों से टकराव.
- धनु (Sagittarius): विदेश से जुड़े प्रोजेक्ट में देरी.
- मकर (Capricorn): अधिकारियों का दबाव, लेकिन मेहनत का फल मिलेगा.
- कुंभ (Aquarius): राहु की स्थिति, टेक, इनोवेशन और नेटवर्किंग में उतार-चढ़ाव.
- मीन (Pisces): शनि का सीधा असर, निर्णय लेने में कठिनाई और भारी जिम्मेदारी.
कौन से सेक्टर होंगे प्रभावित
- ऊर्जा, खनन, धातु: अनुबंध और आपूर्ति पर कड़ी निगरानी.
- टेक और दूरसंचार: डेटा लीक, रेग्युलेटरी दबाव.
- बैंकिंग और वित्त: क्रेडिट रेटिंग और कर्ज़ नीति पर सख्ती.
- मनोरंजन और विलासिता: मांग में गिरावट, नकदी संकट.
निवेशक, कर्मचारी और प्रबंधन से जोड़े लोग क्या करें
- निवेशक: हाई-रिस्क शेयरों से दूरी रखें. पारदर्शी कंपनियों पर भरोसा करें.
- प्रबंधन: गवर्नेंस (Governance) और कंप्लायंस (Compliance) को मज़बूत करें.
- कर्मचारी: कौशल-विकास (Skill Development) करें और छंटनी के लिए तैयार रहें.
उपाय
- शनि अमावस्या पर पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं.
- गरीब और श्रमिकों को दान करें. परिश्रमी कर्मियों का सम्मान करें.
- कॉर्पोरेट भाषा में कहें तो, Compliance is the Best Remedy.
FAQ
Q1. शनि अमावस्या 2025 कब है?
शनिवार, 23 अगस्त 2025.
Q2. शनि मार्गी 2025 कब होंगे?
शुक्रवार, 28 नवंबर 2025, सुबह 9:20 IST.
Q3. किन राशियों पर सबसे ज्यादा असर होगा?
सिंह, मीन और कुंभ.
Q4. कॉर्पोरेट सेक्टर के लिये संकेत क्या हैं?
घोटाले उजागर होंगे, डील में रिस्क, ऑडिट की सख्ती और छंटनी.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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