Rain Water Upay: बहुत काम का है बारिश का पानी, इन उपायों से दूर होगी कई समस्या

वर्षा ऋतु या मॉनसून का मौसम जून से सितंबर तक रहता है. इस दौरान खूब वर्षा होती है. हालांकि अत्यधिक वर्षा से कई बार बुरे प्रभाव भी पड़ने लगते हैं. इससे नदियों का जल स्तर बढ़ जाता है और गांव-शहर डूब सकते हैं, फसलों को भी नुकसान होता है, भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है और रोग आदि भी फैलने लगते हैं.

वर्षा ऋतु या मॉनसून का मौसम जून से सितंबर तक रहता है. इस दौरान खूब वर्षा होती है. हालांकि अत्यधिक वर्षा से कई बार बुरे प्रभाव भी पड़ने लगते हैं. इससे नदियों का जल स्तर बढ़ जाता है और गांव-शहर डूब सकते हैं, फसलों को भी नुकसान होता है, भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है और रोग आदि भी फैलने लगते हैं.

लेकिन वर्षा के कई लाभ भी है. बरसात का पानी आपकी कई परेशानियों को भी दूर कर सकता है. दरअसल ज्योतिष में ऐसे बारिश की पानी से किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में बताया गया है, जिससे धन, व्यापार और कारोबार से जुड़ी समस्या दूर हो सकती है. हालांकि ये उपाय करने के साथ ही आपको अपने प्रयासों भी जारी रखना होगा.

लेकिन वर्षा के कई लाभ भी है. बरसात का पानी आपकी कई परेशानियों को भी दूर कर सकता है. दरअसल ज्योतिष में ऐसे बारिश की पानी से किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में बताया गया है, जिससे धन, व्यापार और कारोबार से जुड़ी समस्या दूर हो सकती है. हालांकि ये उपाय करने के साथ ही आपको अपने प्रयासों भी जारी रखना होगा.

कारोबार में घाटा लगातार घाटा हो रहा है और कोई प्रसाय काम नहीं आ रहा तो आप बारिश के पानी को पीतल के पात्र में एकत्रित करके एकादशी के दिन इस जल से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का अभिषेक करें. इससे आप पर लक्ष्मी नारायण की कृपा बरसेगी और आपके प्रयासों को गति मिलेगी.

कारोबार में घाटा लगातार घाटा हो रहा है और कोई प्रसाय काम नहीं आ रहा तो आप बारिश के पानी को पीतल के पात्र में एकत्रित करके एकादशी के दिन इस जल से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का अभिषेक करें. इससे आप पर लक्ष्मी नारायण की कृपा बरसेगी और आपके प्रयासों को गति मिलेगी.

धन की कमी बनी रहती है या आर्थिक स्थिति तंग रहती है तो किसी पात्र में बारिश के पानी को एकत्रित कर लें. बारिश खत्म होने के बाद जब धूप आए तो पानी को धूप लगा लें. इसके बाद भगवान का स्मरण करते हुए इस पानी को आम के पत्तों में डाल दें.

धन की कमी बनी रहती है या आर्थिक स्थिति तंग रहती है तो किसी पात्र में बारिश के पानी को एकत्रित कर लें. बारिश खत्म होने के बाद जब धूप आए तो पानी को धूप लगा लें. इसके बाद भगवान का स्मरण करते हुए इस पानी को आम के पत्तों में डाल दें.

मेहनत करने के बाद भी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा या पैसा पानी की तरह खर्च हो जाता है तो आप इसके लिए यह उपाय कर सकते हैं. जब बारिश शुरू हो तो एक मिट्टी का घड़ा बाहर रख दें. जब घड़ा बारिश के पानी से भर जाए तो इसे घर की उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व यानी ईशाण कोण के बीच की दिशा में रख दें. इससे धन खर्च में कमी आती है.

मेहनत करने के बाद भी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा या पैसा पानी की तरह खर्च हो जाता है तो आप इसके लिए यह उपाय कर सकते हैं. जब बारिश शुरू हो तो एक मिट्टी का घड़ा बाहर रख दें. जब घड़ा बारिश के पानी से भर जाए तो इसे घर की उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व यानी ईशाण कोण के बीच की दिशा में रख दें. इससे धन खर्च में कमी आती है.

लंबे समय से किसी रोग से ग्रसित हैं तो बारिश के पानी का यह उपाय कुछ काम आ सकता है. इसके लिए बरसात के पानी को एकत्रित कर लें. महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण करते हुए इसी जल से शिवलिंग का जलाभिषेक करें. हालांकि इस उपाय को करने के साथ ही अपनी चिकित्स भी जारी रखें.

लंबे समय से किसी रोग से ग्रसित हैं तो बारिश के पानी का यह उपाय कुछ काम आ सकता है. इसके लिए बरसात के पानी को एकत्रित कर लें. महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण करते हुए इसी जल से शिवलिंग का जलाभिषेक करें. हालांकि इस उपाय को करने के साथ ही अपनी चिकित्स भी जारी रखें.

Published at : 22 Aug 2025 08:05 AM (IST)

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