अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जबसे भारत और चीन पर टैरिफ थोपा है, तबसे दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हुआ है. गलवान संघर्ष के बाद ऐसा पहला मौका है, जब चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत आए हैं और उन्होंने एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात की. चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि वांग यी की इस यात्रा के दौरान भारत के साथ 10 बिंदुओं पर सहमति बनी है, जिनमें कैलाश मानसरोवर में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाने, वीजा बहाली, दोनों देशों के बीच डायरेक्ट फ्लाइट, ट्रेड और सीमा पर शांति समेत अहम बिंदु शामिल हैं.
भारत के साथ 10 बिंदुओं पर बनी सहमति
1. भारत और चीन इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देश एक स्थिर और दूरदर्शी द्विपक्षीय संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे, जो एक-दूसरे के हित में होगा. दोनों देश के नेता जिन-जिन मुद्दों पर राजी हुए हैं उन्हें गंभीरता से लागू करना चाहिए ताकि भारत-चीन के विकास को बढ़ावा मिले.
2. चीन ने तियानजिन में आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया. भारत ने चीन की अध्यक्षता में होने वाले एससीओ बैठक को पूर्ण समर्थन दिया और इस सम्मेलन के सार्थक परिणामों की आशा व्यक्त की.
3. दोनों देश सफल डिप्लोमेटिक इवेंट में एक-दूसरे को सहयोग करने पर सहमत हुए. चीन 2026 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी में भारत का समर्थन करेगा. भारत 2027 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी में चीन का समर्थन करेगा.
4. दोनों देशों ने एक-दूसरे की चिंताओं का समाधान और मतभेदों को द्विपक्षीय वार्ता से सुलझाएंगे. इसके तहत साल 2026 में भारत-चीन के बीच उच्चस्तरीय बैठक भी होगी.
5. भारत और चीन ने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 2025 में कार्यक्रम आयोजित करने में एक-दूसरे को सहयोग जारी रखने पर सहमति व्यक्त की.
6. चीन और भारत के बीच सीधी उड़ान सेवा जल्द से जल्द बहाल करने और एक लेटेस्ट एयर सर्विस एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने पर सहमति व्यक्त की गई. दोनों देशों के बीच टूरिस्ट, बिजनेस, मीडिया सहित अन्य वीजा की सुविधा बहाल करने पर सहमति बनी है.
7. दोनों देशों के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा को जारी रखने और इसका विस्तार करने पर सहमति बनी है.
8. भारत-चीन के बीच ट्रेड और इन्वेस्टमेंट को सुविधाजनक बनाने के तरीकों पर सहमत बनी.
9. दोनों देशों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से शांति और सौहार्द बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की.
10. दोनों देशों के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर संवाद बढ़ाने, विश्व व्यापार संगठन (WTO) को केंद्र में रखते हुए नियम-आधारित मल्टीलेटरल ट्रेडिंग सिस्टम को बनाए रखने, विकासशील देशों के हितों की रक्षा करने वाले मल्टीपोलर वर्ल्ड को बढ़ावा देने पर सहमति बनी.
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