भूकंप की वजह से कई देशों में तबाही मच चुकी है. भारत भी इससे नहीं बच सका है. हर महीने विश्व के किसी न किसी देश में भूकंप आता रहता है. रविवार (17 अगस्त) को अल्जीरिया में भूकंप के झटके महसूस हुए. न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता दर्ज की गई. पूर्वी अल्जीरिया के तेबेसा प्रांत में आए भूकंप की वजह से दहशत का माहौल है.
भूकंप का आसपास के कई क्षेत्रों गहरा असर पहुंचा है. इसमें खेंचेला, सौक अहरास और एल औएद में भी शामिल हैं. झटके इतने तेज थे कि खेंचेला में भी महसूस किए गए. अभी तक किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इस बीच, यू.एस. जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि रविवार को ट्यूनीशिया के चेबिका से 47 किलोमीटर पश्चिम में 5.1 की तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था.
रूस के कामचटका में आया था भयंकर भूकंप
बीते महीने रूस में भयंकर भूकंप के झटके महसूस हुए थे. रूस के कामचटका में 10 जुलाई को 8.8 की तीव्रता का भूकंप आया था. इसकी वजह से सुनामी भी आ गई थी. अमेरिका के कई इलाकों में चेतावनी जारी की गई थी. वहीं इसी साल 12 अगस्त को इंडोनेशिया के जयापुरा में भूकंप आया था. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 दर्ज की गई थी. 10 अगस्त को तुर्किए के बलिकेसिर में भूकंप आया. यहां 6.1 की तीव्रता दर्ज की गई. 4 अगस्त को रूस के सेवेरो-कुरिल्स्क में भी 6.2 की तीव्रता का भूकंप आया था.
रविवार को नेपाल में भी आया भूकंप
अहम बात यह भी है कि रविवार (17 अगस्त) को नेपाल में भी भूकंप आया. पूर्वी नेपाल के रामेछाप जिले में आए भूकंप की रिक्टर पैमाने पर 4.0 तीव्रता दर्ज की गई. हालांकि, भूकंप से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं मिली. भूकंप के झटके आसपास के जिलों दोलखा, सिन्धुली और कावरेपलांचोक में भी महसूस किए गए. बता दें कि नेपाल संवेदनशील हिमालयी भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है.
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