अलास्का में डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक के बाद अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सोमवार (18 अगस्त, 2025) को अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं. जेलेंस्की अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की तैयारी में जुटे हैं. वहीं, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेता रविवार (17 अगस्त, 2025) को बैठक करने वाले हैं, ताकि यूक्रेन की स्थिति को मजबूत किया जा सके, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से कीव पर युद्ध खत्म करने के लिए समझौते पर सहमत होने का दवाब बनाया जा रहा है.
राष्ट्रपति ट्रंप और पुतिन की अलास्का में शुक्रवार (15 अगस्त, 2025) को हुई मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति पर यह दबाव है कि यूक्रेन किसी समझौते पर पहुंचे. वहीं, पुतिन ने यह इशारा किया है कि वे कब्जे वाले यूक्रेन के छोटे हिस्से को छोड़ सकते हैं, लेकिन उसके बदले में एक बड़े भू-भाग को मांग करेंगे.
पुतिन की कुछ शर्तें यूक्रेन के लिए किसी समझौते पर सहमति बनाने में मुश्किल पैदा कर रही हैं. इससे यूरोप के पिछले 80 साल में सबसे घातक युद्ध को खत्म करने पर बातचीत को और पेचीदा बना सकती है. यूक्रेन और रूस के युद्ध में अब तक 10 लाख से ज्यादा लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं.
कोएलिशन ऑफ द विलिंग की होगी वर्चुअल बैठक
कीव के समर्थक देशों के गठबंधन कोएलिशन ऑफ द विलिंग में शामिल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर फ्रेडरिच मर्ज और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की रविवार (17 अगस्त, 2025) को 1300 GMT पर यूक्रेन मुद्दे पर वर्चुअल बैठक होगी.
यूक्रेन के लिए क्या चाहते यूरोपीय देश
यूरोप की ताकतें चाहती हैं कि ट्रंप, पुतिन और जेलेंस्की के बीच त्रिपक्षीय बैठक हो ताकि यूक्रेन भी अपने भविष्य को आकार देने में शामिल रह सके. इसके अलावा वे चाहते हैं कि यूक्रेन के लिए एक मजबूत सुरक्षा गारंटी सुनिश्चित की जाए, इसमें अमेरिका की भूमिका अहम हो और अगर कभी जरूरत पड़े तो रूस पर दबाव बढ़ाया जा सके.
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