नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी अपने ईयर एंड टारगेट 25000 से -11 प्रतिशत और +4 प्रतिशत के दायरे में उतार-चढ़ाव देख सकता है। यह बात BofA Securities की एक रिपोर्ट में कही गई है। BofA Securities ने बाजार के आउटलुक को प्रभावित करने वाले कई प्रमुख जोखिमों की ओर इशारा किया है। इनमें अमेरिका जाने वाले भारतीय सामान पर 50 प्रतिशत के टैरिफ लागू होने की आशंका, अमेरिका का अस्पष्ट मैक्रोइकॉनॉमिक सिनेरियो, डिलेड या अपर्याप्त राजकोषीय और मॉनेटरी पॉलिसी रिस्पॉन्सेज, 6 प्रमुख भारतीय राज्यों में विधानसभा चुनाव शामिल हैं।
BofA Securities की रिपोर्ट में कहा गया है, “हम निफ्टी के लिए अपने साल के अंत के लक्ष्य को 25000 पर बरकरार रखते हैं, लेकिन उम्मीद है कि निफ्टी इस लक्ष्य के मुकाबले -11% से 4% तक उतार-चढ़ाव करेगा। इसकी वजह है कि बाजार ट्रेड टैरिफ, अमेरिकी इकोनॉमिक आउटलुक, फेडरल रिजर्व या RBI की ओर से ब्याज दर में कटौती, टैरिफ के असर की भरपाई के लिए संभावित नीतिगत या राजकोषीय सपोर्ट आदि जैसे प्रमुख फैक्टर्स से जुड़े उभरते घटनाक्रमों पर प्रतिक्रिया देगा।”
निफ्टी की अर्निंग्स ग्रोथ रहेगी धीमी
BofA Securities का अनुमान है कि निफ्टी की अर्निंग्स ग्रोथ धीमी रहेगी। वित्त वर्ष 2026 में अर्निंग्स में 7 प्रतिशत की ग्रोथ और वित्त वर्ष 2027 में 11 प्रतिशत की ग्रोथ का अनुमान है। यह बाजार की क्रमश: 9 प्रतिशत और 15 प्रतिशत ग्रोथ की उम्मीदों से काफी कम है।
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