
लेक्टिन पौधों का एक नेचुरल डिफेंस मैकेनिज्म है, जो कीटों से बचाव करता है. कुछ लोगों में ये डाइजेशन में दिक्कत या सूजन पैदा कर सकता है.

बादाम के फायदे बहुत हैं. इसमें फाइबर और हेल्दी फैट्स होते हैं, जो डाइजेशन, हार्ट हेल्थ और भूख कंट्रोल में मदद करते हैं. इसमें विटामिन ई और एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते हैं, जो दिमाग को स्ट्रेस से बचाते हैं.

कई जगह बादाम भिगोकर खाना चलन में है. इससे ये मुलायम और थोड़े मीठे हो जाते हैं और पचाना आसान होता है. लेकिन शोध में इसका पोष्टिक पर ज्यादा असर नहीं पाया गया है.

डॉ. रॉबर्ट लव कहते हैं कि बादाम की स्किन में लेक्टिन हो सकता है, जो सूजन बढ़ा सकता है. वो सलाह देते हैं कि बादाम को भिगोकर छीलें और हल्का रोस्ट करें.

लेकिन चिंता की बात ज्यादा नहीं है. बादाम में लेक्टिन की मात्रा बहुत कम होती है और ये किडनी बीन्स जैसे खतरनाक फूड्स से कम है. स्वस्थ लोगों के लिए ये नुकसान नहीं पहुंचाता.

सही रिसर्च बताती है कि लेक्टिन वाले फूड्स, जैसे बीन्स, अनाज और नट्स, ज्यादा बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं. रोस्ट करने या भिगोने से लेक्टिन कम हो सकता है, लेकिन स्किन में एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर भी रहते हैं.

ज्यादातर लोगों के लिए कच्चे बादाम स्किन सहित खाना सुरक्षित और फायदेमंद है. अगर पेट में दिक्कत हो तो भिगोकर और छीलकर खाएं. रोस्ट करने से स्वाद और पचाने में आसानी आती है.
Published at : 15 Aug 2025 11:18 AM (IST)
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