Editor’s Take: भारतीय शेयर बाजारों के लिए अभी सबसे बड़ा ट्रिगर टैरिफ वॉर और ट्रेड डील है. आने वाले एक-दो हफ्ते बहुत अहम रहने वाले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलग-अलग यात्राएं और बैठकें होने वाली हैं, जो दुनियाभर के बाजारों के लिए अहम हैं. ऐसे में बाजार का आउटलुक कैसा दिख रहा है, कौन से लेवल्स अहम हैं और 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन बाजार के लिए क्यों अहम है, समझें मार्केट गुरु अनिल सिंघवी से.
मार्केट के Big Data: निफ्टी ने दी मजबूती के संकेत
5 अगस्त के बाद पहली बार निफ्टी 100 EMA (24590) के ऊपर बंद होने में कामयाब रहा है. पिछले तीन दिनों से निफ्टी ने लगातार higher low बनाया है, जो निचले स्तरों पर मजबूती का संकेत देता है. हालांकि, कल निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों ही अपने पिछले दिन की रेंज के भीतर ट्रेड करते रहे. बैंक निफ्टी ने लगातार पांचवें सेशन में 100 EMA (54950) के पास मजबूत सपोर्ट लिया है.
FIIs-DIIs के Big Data: घरेलू फंड्स का दम
19 मार्च के बाद पहली बार DIIs ने लगातार 28 दिनों तक खरीदारी जारी रखी है, जो बाजार को मजबूत सपोर्ट दे रहा है. दूसरी तरफ, FIIs की इंडेक्स फ्यूचर्स में लॉन्ग पोजीशन सिर्फ 8.66% पर है, जो 22 मार्च 2023 के 7.75% के बाद सबसे निचले स्तर के पास है. 2012 के बाद पहली बार FIIs ने लगातार 10 दिनों तक इंडेक्स फ्यूचर्स लॉन्ग पोजीशन में 10% से नीचे बने रहे हैं.
ग्लोबल Big Data: विदेशी बाजारों में रिकॉर्ड हाई
अमेरिकी बाजारों में तेजी का माहौल है. नैस्डैक ने लगातार चौथे दिन नया लाइफ हाई बनाया है, जबकि S&P 500 ने लगातार दूसरे दिन यह उपलब्धि हासिल की. डाओ भी तीन हफ्तों की ऊंचाई पर है और 23 जुलाई के 45073 के लाइफ हाई से सिर्फ 150 अंक दूर है. क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन ने $124,436 का नया रिकॉर्ड बनाया है. डॉलर इंडेक्स 97.50 पर, जो दो हफ्तों का निचला स्तर है. वहीं, कच्चा तेल 10 हफ्तों के निचले स्तर $66 के नीचे फिसला है.
क्यों 15 अगस्त है ‘Make or Break’ डेट?
15 अगस्त को कई अहम ग्लोबल और लोकल घटनाएं होने वाली हैं. ट्रंप और पुतिन की बैठक ग्लोबल बाजारों की दिशा तय करेगी. रूस के साथ कारोबार को लेकर ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बढ़ाया है, ऐसे में अगर बैठक में युद्धविराम या टैरिफ पर कोई पॉजिटिव बयान आता है तो बाजार में बड़ी तेजी देखी जा सकती है. उल्टा, अगर बात बिगड़ती है तो ग्लोबल दबाव बढ़ सकता है. लोकल लेवल पर प्रधानमंत्री के भाषण से भी बाजार को उम्मीदें हैं. अगर वे एक्सपोर्ट पर टैरिफ के असर को कम करने और घरेलू कंजम्प्शन व मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए बड़े ऐलान करते हैं, तो सोमवार को बाजार उछल सकता है.
लंबे वीकेंड से पहले ट्रेडिंग रणनीति
लंबे वीकेंड से पहले तेजी और मंदी, दोनों पोजीशन में बराबर रिस्क है. जिन पोजीशन्स में अच्छा मुनाफा है, उन्हें बुक करना समझदारी होगी. ओवरनाइट पोजीशन कम रखें और हेजिंग जरूर करें.
FIIs की बिकवाली कम होने से तेजी की उम्मीद
घरेलू फंड्स की लगातार खरीद और FIIs की बिकवाली में कमी से बाजार को सपोर्ट मिल सकता है. बड़ी ईवेंट से पहले शॉर्ट कवरिंग भी तेजी का ट्रिगर बन सकती है.
शॉर्ट कवरिंग के अहम लेवल्स
निफ्टी के लिए 24765-24850 का स्तर आखिरी रुकावट है, जिसके ऊपर जाने पर तेजी बढ़ सकती है. बैंक निफ्टी के लिए 55650-55850 अहम है, और अगर यह 56000 के ऊपर निकलता है, तो और तेजी देखने को मिल सकती है.
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