विटामिन D हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर शरीर में इसकी कमी होती है तो यह हमारे लिए काफी खतरनाक साबित होती है. जैसे कि आप इसकी कमी के चलते बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं, हड्डियों में दर्द होने लगता है, इसके साथ ही आप डिप्रेशन और मूड स्विंग्स जैसी दिक्कतों का भी सामना करते हैं. यही कारण है कि इसकी मात्रा को भरपूर बनाए रखने के लिए लोग सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने लगते हैं, ताकि शरीर में विटामिन D की मात्रा बनी रहे. हालांकि यह आगे चलकर आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. चलिए आपको बताते हैं कि ज़रूरत से ज़्यादा विटामिन D का सेवन करना आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है.
ज्यादा विटामिन D क्यों है आपके लिए खतरनाक?
अगर आप बिना डॉक्टर या किसी एक्सपर्ट की सलाह के इसकी मात्रा को बढ़ाने के लिए सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं तो यह टॉक्सिसिटी का कारण बन सकता है. मात्रा ज्यादा होने के चलते बाद में यह आपके किडनी और लिवर को डैमेज कर सकता है. यही कारण है कि विटामिन D टॉक्सिसिटी से बचने के लिए इसका सीमित मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है. यह किडनी या लिवर को कैसे डैमेज करेगा, इसके बारे में जानने से पहले चलिए आपको बताते हैं कि विटामिन D टॉक्सिसिटी का मतलब क्या होता है. इसका मतलब होता है कि शरीर में इस विटामिन की मात्रा जरूरत से ज़्यादा हो गई है. यह स्थिति तब होती है, जब लोग खुद से इसका इस्तेमाल करने लगते हैं. कभी-कभी प्रिस्क्राइब की गई डोज से जब आप ज्यादा दवा का सेवन करते हैं, तो भी यह स्थिति बन सकती है. अगर आप इसका सेवन लगातार जारी रखते हैं, तो ब्लड में कैल्शियम जमा होने लगता है, जो आपके लिए आगे चलकर गंभीर हो सकता है.
क्या होते हैं इसके लक्षण?
शरीर में विटामिन D की मात्रा बढ़ने का पता आपको समय के साथ धीरे-धीरे चलता है और जब तक आपको इसका पता चलता है, तब तक आप समय रहते इसके लक्षणों को नहीं पहचान पाते हैं. यह बाद में चलकर लिवर या किडनी फेल्योर की वजह बन सकता है. अगर इसके लक्षणों की बात करें तो इसके प्रमुख लक्षण कुछ इस तरह हैं:-
- पाचन संबंधी दिक्कतें: इसमें आपको पेट खराब होने, उल्टी की समस्या, भूख की कमी और पेट दर्द के साथ कब्ज की समस्या होने लगती है.
- किडनी और लिवर डैमेज: अगर आपको किडनी या लिवर की समस्या होती है तो इसमें आपको बार-बार पेशाब आता है, बार-बार प्यास लगती है और किडनी में स्टोन की समस्या के साथ लिवर डैमेज हो सकता है.
- हड्डियों और जोड़ों में दर्द: आपको शरीर के जोड़ों में दर्द का अनुभव होने लगता है. ऐसा लगता है कि मानो हड्डियों में बहुत दर्द है.
कब बचाव जरूरी है?
अगर इसके बचाव की बात करें तो आप विटामिन D के किसी सप्लीमेंट का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें. जांच के बाद जैसे वे बताते हैं, उसी अनुसार इसका सेवन करें. सामान्य तौर पर एक एडल्ट के के लिए इसकी सही मात्रा प्रत्येक दिन लगभग 600 IU विटामिन D होती है.
क्या कहते हैं डॉक्टर?
सीनियर न्यूरोसर्जन डॉ. अरुण एल. नाइक ने अपने वीडियो में समझाया कि भारत में लोग बिना जांच और डॉक्टर की सलाह के विटामिन D सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं, जिससे शरीर में कैल्शियम का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ जाता है. यह आगे चलकर किडनी, हार्ट और हड्डियों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि सही मात्रा और सही समय पर ही विटामिन D लेना सुरक्षित है, और इसे हमेशा ब्लड टेस्ट और डॉक्टर की गाइडेंस के आधार पर ही लेना चाहिए.
इसे भी पढ़ें- IBS और कोलन कैंसर में क्या होता है अंतर? एक जैसे लक्षण कर देते हैं कंफ्यूज
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
Calculate The Age Through Age Calculator
Read More at www.abplive.com