
गणेश चतुर्थी पर बप्पा की स्थापना करने वाले हैं तो मिट्टी के गणपति घर लाएं. ध्यान रखें गणेश जी की सूंड दांई तरफ हो, बैठे हुए गणेश हो, साथ ही चूहा भी बना होना चाहिए.

एक बार भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित हो जाने के बाद उसे वहां से न हटाएं. मूर्ति को वहां से केवल विसर्जन के समय ही हटाया जा सकता है.

गणेश जी की स्थापना के समय ये ध्यान रखें कि मूर्ति का मुख दरवाजे की तरफ नहीं होना चाहिए. गणपति स्थापना ब्रह्म स्थान, पूर्व दिशा और उत्तर पूर्व कोण शुभ माना गया है. भूल से भी दक्षिण और नैऋत्य में स्थापना न करें.

कई लोग 1, 3, 5 या 10 दिन के लिए गणपति स्थापना करते हैं, जितने दिन के लिए गणेश जी घर में विराजित हैं उनकी सुबह-शाम आरती करें और भोग लगाएं.

जब तक बप्पा घर में हैं, घर को सूना न छोड़े, न ही स्थापना वाली जगह पर अंधेरा करें. रोजाना सफाई करें, तामसिक भोजन घर में न लाएं, न ही ग्रहण करें.

बप्पा को घर लाने समय या उनकी मूर्ति खरीदते समय इस बात पर विशेष ध्यान दें कि उनकी मूर्ति खंडित ना हो. खंडित मूर्ति की पूजा करना वर्जित होता है.
Published at : 11 Aug 2025 06:04 PM (IST)
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