टीएमसी सांसद मिताली बाग की तबीयत बिगड़ने पर राहुल गांधी ने मदद की,संसद से सड़क तक बवाल…

नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन वोटिंग लिस्ट में धांधली के आरोप चुनाव आयोग (Election Commission) पर लगा रहा है। इस दौरान संसद के मकर द्वार से चुनाव आयोग (Election Commission)  के भवन तक इंडिया ब्लॉक के विरोध प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। वहीं,टीएमसी सांसद की हिरासत के दौरान तबीयत बिगड़ गई।

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बता दें कि टीएमसी नेता मिताली बाग (TMC MP Mitali Bagh) मार्च के दौरान बेहोश हो गईं। तब राहुल गांधी उनके नजदीक ही मौजूद थे। उन्होंने तुरंत उनके पास पहुंचकर मदद की। कुछ लोगों ने उन्हें तुरंत पानी भी पिलाया। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में राहुल गांधी और अन्य लोग टीएमसी सांसद मिताली बाग की मदद करते हुए दिखाई दिए। राहुल गांधी ने बस से उतरकर उनको गाड़ी में इलाज के लिए भिजवाया और वापस बस में चले गए। यह विरोध मार्च विपक्षी इंडिया गठबंधन की ओर से चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान “मतदाता धोखाधड़ी” के आरोपों के खिलाफ निकाला जा रहा था।

जानें कौन हैं मिताली बाग?

मिताली बाग टीएमसी की सासंद हैं। वह पश्चिम बंगाल के आरामबाग से लोकसभा में सांसद हैं। उनकी उम्र 47 साल है। मिताली बाग सांसद के साथ-साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता और आईसीडीएस कार्यकर्ता हैं। उहोंने 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। वह जिला परिषद की सदस्य भी रही हैं और स्थानीय स्तर पर सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं। उनके पास कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है और उनकी संपत्ति के दस्तावेजों के अनुसार, उनकी देनदारी 4.3 लाख रुपये है। मिताली बाग ने स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई की है और ग्रामीण विकास के मुद्दों पर मुखर रही हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, बोले-देश में कैसा लोकतंत्र है? सरकार हमें चुनाव आयोग तक नहीं पहुंचने देती

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने कहा कि अगर सरकार हमें चुनाव आयोग (Election Commission)  तक पहुंचने नहीं देती, तो हमें समझ नहीं आता उसे किस बात का डर है? इस मार्च में सभी सांसद थे, हम शांतिपूर्ण ढंग से मार्च निकाल रहे थे। हम चाहते थे कि चुनाव आयोग (Election Commission)  सभी सांसदों को बुलाता, हम मीटिंग करते और अपना-अपना पक्ष रखते, लेकिन चुनाव आयोग कह रहा है कि सिर्फ 30 मेंबर आएं। ऐसा कैसे संभव है?

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कांग्रेस महासचिव और पार्टी सांसद केसी वेणुगोपाल (MP KC Venugopal) ने कहा कि पुलिस और सरकार हमें 30 सेकंड भी मार्च नहीं करने दे रही है। वे हमें यहीं रोकना चाहते हैं। देश में कैसा लोकतंत्र है? सांसदों को चुनाव आयोग (Election Commission)  जाने की आजादी नहीं है। अब वे कह रहे हैं कि सिर्फ 30 लोग ही आ सकते हैं, लेकिन कम से कम उन 30 लोगों को चुनाव आयोग (Election Commission)  कार्यालय जाने की अनुमति तो दीजिए।

प्रदर्शन को लेकर क्या बोली दिल्ली पुलिस?

वहीं, नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला (DCP of New Delhi Devesh Kumar Mahala) ने कहा कि चुनाव आयोग (Election Commission)  से 30 सांसदों के लिए अनुमति थी। चूंकि वे बड़ी संख्या में थे, इसलिए हमने उन्हें हिरासत में लिया। हमने उन्हें सूचित किया है कि 30 सांसदों को चुनाव आयोग (Election Commission)  से मिलने की अनुमति दी जाएगी। नई दिल्ली के ज्वाइंट सीपी दीपक पुरोहित (New Delhi Joint CP Deepak Purohit) ने कहा कि हिरासत में लिए गए इंडिया ब्लॉक नेताओं को पास के पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। हम अभी भी हिरासत में लिए गए सांसदों की संख्या गिन रहे हैं। यहां विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं थी, लेकिन हमें सूचना मिली थी।

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