अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद पूरी दुनिया इस पर नजर बनाए हुए है. ट्रेड को लेकर अमेरिका से बढ़ी दूरियों के बाद अब चीन और भारत के रिश्ते सामान्य होते जा रहे हैं. पीएम मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर तक होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन जाएंगे. गलवान में हुए सैन्य झड़प के बाद पीएम मोदी पहली बार चीन जाएंगे.
‘अमेरिका भारत की नीति को नहीं कर सकता प्रभावित’
पीएम मोदी का यह दौरा ऐसे समय में होगा जब अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है. भारतीय प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि हम किसी भी हालत में अपने हितों की रक्षा करेंगे. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स टैरिफ के बाद भारत और चीन के रिश्तों को लेकर एक लेख लिखा है. इसमें कहा गया कि अमेरिका भारत की स्वतंत्र विदेश नीति को प्रभावित नहीं कर सकता है.
‘भारत और चीन का वैश्विक प्रभाव बढ़ रहा है’
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि पीएम मोदी के चीन दौरे की खबर से ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल बढ़ गई है. इसमें कहा गया, “चीन और भारत मिलकर दुनिया की एक-तिहाई से ज्यादा आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. दोनों की अर्थव्यवस्थाएं और उनका वैश्विक प्रभाव बढ़ रहा है. 2020 में गलवान में हुए सैन्य टकराव के बाद भारत और चीन के रिश्तों में लंबे समय तक उतार चढ़ाव देखा गया. बीते कुछ सालों के दौरान दोनों देशों के बीच के तल्ख रिश्तों की वजह से आर्थिक संबंध, राजनीतिक विश्वास पर बड़ा प्रभाव पड़ा है.”
ग्लोबल टाइम्स ने हिंदुओं के कहावत का किया जिक्र
ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा, “चीन-भारत पड़ोसी हैं और जिन क्षेत्रों में वे सहयोग कर सकते हैं उनकी लिस्ट लंबी है. यदि इस बार मोदी की चीन यात्रा हो पाती है, तो यह चीन और भारत के बीच सहयोग के लिए एक नये प्लेटफॉर्म तैयार करेगा. काउंटर टेररिज्म ,व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में भारत-चीन के साझा हित हैं. एससीओ के जरिए दोनों देशों का सहयोग मजबूत होगा, जिससे न केवल दोनों देश के विकास को फायदा पहुंचाएगा, बल्कि क्षेत्रीय शांति और समृद्धि में भी योगदान देगा. जैसा कि हिंदुओं के बीच एक कहावत है कि अपने भाई की नाव पार लगाओ और तुम्हारी नाव खुद किनारे तक पहुंच जाएगी.”
इसमें लिखा गया, “भारत और चीन के बीच बेहतर संबंध दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. हम द्विपक्षीय संबंधों और व्यावहारिक सहयोग योजनाओं को बेहतर बनाने और ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) के साथ नाचने के एक नए चैप्टर को शुरू करने के सच्चे इरादे से प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा का स्वागत करते हैं.”
ये भी पढ़ें : ‘जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ तो…’, ट्रंप के सीजफायर वाले दावों पर ये क्या बोल गए मार्को रुबियो?
Read More at www.abplive.com