हिमाचल प्रदेश में शिमला के रामपुर के तकलेच में 6 अगस्त की देर रात को बादल फट गया. नोगली खड्ड किनारे के इलाके खाली करवाए गए हैं. बादल फटने से बाजार में पानी भर गया. जन नुकसान की अभी कोई सूचना नहीं है. राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन से आम जीवन अस्त व्यस्त है. मौसम विभाग की मानें तो 12 अगस्त तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है.
निचले इलाकों में नुकसान का सिलसिला जारी
राज्य के निचले क्षेत्रों में लगातार हो रहे नुकसान का सिलसिला जारी है. खासतौर पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के हमीरपुर डिवीजन को अब तक 211 करोड़ रुपए का भारी नुकसान हो चुका है. यह जानकारी विभाग के मुख्य इंजीनियर विजय चौधरी ने दी. हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों में सड़कों और पुलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा नुकसान ऊना जिले को हुआ है, जहां बारिश और भूस्खलन के चलते 70 करोड़ रुपए से अधिक की क्षति का आकलन किया गया है. यहां चार बड़े पुलों को भी नुकसान पहुंचा है.
किन्नौर कैलाश यात्रा निलंबित
हिमाचल में भारी बारिश के चलते तीर्थयात्रा मार्ग क्षतिग्रस्त होने के बाद किन्नौर कैलाश यात्रा को निलंबित कर दिया गया और 413 फंसे हुए तीर्थयात्रियों को बचाया गया है. यात्रा 15 जुलाई से शुरू हुई थी और 30 अगस्त को समाप्त होगी.
प्रदेश की कुल 617 सड़के बाधित
राज्य की कुल 617 सड़कें बाधित हैं. शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं. इनमें से 377 सड़कें मंडी जिले में और 90 सड़कें कुल्लू जिले में हैं. सड़कें बंद होने के कारण कई जगहों पर यातायात जाम की स्थिति बन गई.
हिमाचल प्रदेश को 1852 करोड़ का नुकसान, 108 लोगों की मौत
शिमला शहर के कई स्कूलों ने छुट्टी हो गई है या ऑनलाइन मोड में क्लास चल रहे हैं. 20 जून से मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश को 1852 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 108 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 36 लोग लापता हैं.
उत्तराखंड में बादल फटने से 5 लोगों की मौत
वहीं, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली गांव में मंगलवार (5 अगस्त) को बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में आयी भयंकर बाढ़ में 5 लोगों की मौत हो गयी.400 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है.
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