हर साल अगस्त का पहला रविवार एक ऐसे रिश्ते को समर्पित होता है जो बिना शर्त के निभाया जाता है. वह रिश्ता दोस्ती कहलाता है. इस बार फ्रेंडशिप डे 3 अगस्त को मनाया जाएगा और इस मौके पर जहां सोशल मीडिया पर फ्रेंडशिप बैंड और पुरानी तस्वीर वायरल होती हैं. वहीं इस रिश्ते को बयां करने का शानदार तरीका बॉलीवुड के डायलॉग भी माने जाते हैं. माना जाता है कि हिंदी सिनेमा ने हमेशा दोस्ती को एक खास जगह दी है चाहे वह कभी जय वीरू की जोड़ी हो या कभी रांझणा और बिद्दे की कहानी हो. फिल्मों ने दोस्ती को कई रंगों में दिखाया है. ऐसे में चलिए इस बार फ्रेंडशिप डे पर उन डायलॉग के जरिए अपने दोस्तों को याद किया जाए जो हिंदी फिल्मों में दोस्ती की मिसाल बन चुके हैं.
यह दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे  (शोले-1975)
यह दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे यह डायलॉग सिर्फ शब्द ही नहीं बल्कि दोस्ती का प्रतीक माना जाता है. जय और वीरू की दोस्ती आज भी फिल्मी इतिहास की सबसे मजबूत जोड़ी मानी जाती है. इस लाइन को अपने किसी पुराने हमेशा साथ निभाने वाले दोस्त को आप इस फ्रेंडशिप डे के दिन भेज सकते हैं. 
दोस्ती का एक उसूल है मैडम नो सॉरी नो थैंक यू  (मैंने प्यार किया-1989) 
दोस्ती का एक उसूल है मैडम नो सॉरी नो थैंक यू, यह डायलॉग सालों से दोस्ती की बातचीत का हिस्सा बना हुआ है. सलमान खान और भाग्यश्री की मासूम दोस्ती में जन्मी यह लाइन आज भी उतनी ही प्रासंगिक लगती है. क्योंकि सच्ची दोस्ती में औपचारिकता की कोई जगह नहीं मानी जाती है. 
प्यार दोस्ती है (कुछ कुछ होता है-1998) 
प्यार दोस्ती है, शाहरुख खान का यह डायलॉग आज भी युवा दिलों की धड़कन है. इस फिल्म ने दोस्ती को प्रेम की नींव बताया है और लव इस फ्रेंडशिप को एक आईकॉनिक शब्द बना दिया है. फ्रेंडशिप डे पर किसी स्पेशल फ्रेंड को यह लाइन आप भेज कर उन्हें फ्रेंडशिप डे विश कर सकते हैं. 
दोस्त फेल हो जाए तो दुख होता है लेकिन दोस्त फर्स्ट आए तो ज्यादा दुख होता है  (3 ईडियट्स-2009) 
कॉलेज और स्कूल के दोस्तों के लिए यह डायलॉग सबसे सटीक बैठता है. पढ़ाई की दौड़ में दोस्त की सफलता से मिलने वाली मीठी जलन को इतनी शानदार अंदाज में शायद ही किसी और ने बयान किया होगा. ऐसे में दोस्ती को लेकर आज भी यह डायलॉग सभी दोस्तों की जुबान पर रहता है.
हम एक बार जीते हैं एक बार मरते हैं और दोस्ती भी एक ही बार होती है (कल हो ना हो-2003) 
यह डायलॉग उन दोस्तों के लिए है जो जिंदगी में एक ही बार मिलते हैं. लेकिन हमेशा के लिए दिल में बस जाते हैं. इस डायलॉग को आप उन पुराने दोस्तों को भेजकर दोस्ती की याद दिला सकते हैं जिनसे अब कम बात होती है. 
दुश्मनी में भी उसूल होता है, दोस्ती में तो और भी ज्यादा (मुन्ना भाई एमबीबीएस-2003) 
संजय दत्त का यह डायलॉग दोस्ती को एक मूल्य आधारित रिश्ता बताता है. जहां सम्मान भरोसा और हक बराबर होते हैं. यह लाइन उन दोस्तों के लिए है जिनसे आप खुलकर लड़ भी सकते हैं लेकिन मन से दूर नहीं रह सकते हैं. 
दोस्ती निभानी आती है तो दुश्मनी क्या चीज है  (कोई मिल गया-2003) 
ऋतिक रोशन के इस डायलॉग में दोस्ती की ताकत झलकती है. यह लाइन उस दोस्त के लिए परफेक्ट बैठती है जो हर मुश्किल में आपके लिए डटकर खड़ा रहता है. 
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा (दोस्ताना-1980) 
अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा की यह लाइन दोस्ती की उन भावनाओं को दर्शाती है जो किसी समाज या समय की परवाह किए बिना निभाई जाती है. हर सच्चे दोस्त को यह डायलॉग एक वादा सा लगता है.
तुस्सी जा रहे हो तुस्सी ना जो (कुछ कुछ होता है-1998)
छोटी-छोटी बातों पर रूठने वाले दोस्तों को मनाने के लिए इससे बेहतर डायलॉग नहीं हो सकता है. यह डायलॉग हंसते-हंसते प्यारा सा मैसेज देने का मौका है. इसके अलावा यह डायलॉग आजकल मीम्स के जरिए भी दोस्तों के बीच में काफी वायरल हो रहा है. 
दूसरों की मदद करके ही सच्चा दोस्त बनते हैं (लक्ष्य-2004) 
इस फिल्म में दोस्ती को जिम्मेदारी के रूप में पेश किया है कि सच्चा दोस्त वही है जो बिना कहे साथ खड़ा हो. इस डायलॉग के साथ किसी ऐसे दोस्त को आप थैंक यू कह सकते हैं जिसने हर कदम पर आपका साथ दिया है. 
फिल्मी अंदाज में मनाए फ्रेंडशिप डे 
इस फ्रेंडशिप डे पर अपने दोस्तों को सिर्फ एक मैसेज नहीं बल्कि एक जज्बात भी आप भेज सकते हैं. बॉलीवुड के इन क्लासिक डायलॉग में वह हर भावना छिपी है जो आप शब्दों में नहीं  कह  पाते हैं. चाहे आप मजाक में कहें या दिल से यह डायलॉग आपकी दोस्ती को और भी खास बना देती है.
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