
श्रावण मास की शुरुआत हो चुकी है. ये महीना शिव भगवान की पूजा करने के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है. ऐसे में सावन मास में कुछ कामों को करना शुभ होता है तो कुछ कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं इसके बारे में.

सावन के पवित्र महीने में आपको प्रतिदिन भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से भगवान शिव अपने भक्तों से काफी प्रसन्न होते हैं.

सावन के पवित्र महीने में शिवलिंग का जलाभिषेक करना बेहद शुभ माना जाता है. ऐसा करने से शिवजी प्रसन्न होते हैं.

श्रावण मास में आने वाले व्रतों को करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही आपका शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं.

इस दौरान शिवलिंग पर जल अर्पण करने के साथ शिवजी को बेलपत्र चढ़ाना भी लाभकारी माना जाता है. ये उनको काफी प्रिय होता है.

सावन मास के दौरान सात्विक भोजन करने की सलाह दी जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान हमारी पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है. सात्विक आहार पाचन क्रिया को सामान्य रखता है.

सावन मास के दौरान हमें किसी भी शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए जाना चाहिए. ऐसा करने से आपके अंदर आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है. जो आपकी चेतना को जागृत करता है.

श्रावण मास में कुछ कामों को करने की पूर्ण मनाही होती है. इन्हें करने से शिवजी की कृपा प्राप्त नहीं होती है. इसलिए इस माह मांस-मदिरा का भूलकर भी सेवन नहीं करना चाहिए.

इस माह किसी भी तरह की ऐल्कोहॉल या सिगरेट का सेवन भूलकर भी नहीं करें. ये आपकी पवित्रता को भंग करता है.

सावन मास के दौरान भूलकर भी सोमवार के दिन काले रंग के कपड़े न पहने. ऐसा करना अशुभ होता है.

श्रावण मास में शिवलिंग पर भूलकर भी तांबे के बने धातु से दूध नहीं चढ़ाना चाहिए. इसकी जगह आप चांदी या पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल कर सकते हैं.

श्रावण मास के दौरान तामसिक भोजन भी नहीं खाना चाहिए.

सावन महीने में बाल और नाखून भी काटने से बचें. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
Published at : 13 Jul 2025 05:10 AM (IST)
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