पता चला… अगले हफ्ते बाजार की क्या होगी चाल? ये तीन फैक्टर पलट सकते हैं प्रॉफिट का गेम Market Outlook: भारतीय शेयर बाजार के लिए 14 से 18 जुलाई का सप्ताह बेहद अहम रहेगा. इस दौरान कंपनियों के तिमाही नतीजे, भारत और अमेरिका के महंगाई आंकड़े और ट्रेड डील से जुड़े अपडेट बाजार की दिशा तय करेंगे. फिलहाल बाजार सतर्कता और समेकन के दौर से गुजर रहा है.

Market Outlook: आगामी सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए निर्णायक साबित हो सकता है. 14 से 18 जुलाई के बीच निवेशकों की नजर कई अहम घटनाक्रमों और आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी, जो बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं. बीते सप्ताह बाजार में गिरावट देखी गई, जहां निफ्टी 1.22% और सेंसेक्स 1.12% की कमजोरी के साथ बंद हुआ. खासकर आईटी, ऑटो, इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर में गिरावट देखने को मिली, जबकि एफएमसीजी शेयरों में थोड़ी मजबूती रही.

कई बड़ी कंपनियों के जारी होंगे तिमाही नतीजे

आने वाले सप्ताह में कई बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे जारी होंगे, जिनमें एचसीएल टेक, विप्रो, टाटा टेक, आईटीसी होटल्स, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी लाइफ, जेएसडब्लू स्टील और इंडियन होटल्स जैसी नाम शामिल हैं. इन नतीजों से यह संकेत मिलेगा कि किन सेक्टर्स में स्थिरता या रिकवरी है और किन कंपनियों में दबाव बरकरार है. विशेष रूप से आईटी और मेटल सेक्टर के नतीजे निवेशकों के रुख को प्रभावित कर सकते हैं.

14 जुलाई को आएगा ये डेटा

इसके साथ ही 14 जुलाई को भारत सरकार जून महीने के खुदरा और थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी करेगी. ये आंकड़े यह तय करने में मदद करेंगे कि आरबीआई भविष्य में ब्याज दरों को लेकर क्या नीति अपनाएगा. वहीं, वैश्विक स्तर पर अमेरिका से भी कई महत्वपूर्ण आंकड़े सामने आएंगे. 15 जुलाई को अमेरिकी महंगाई दर, 16 जुलाई को इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और 17 जुलाई को बेरोजगारी दावे (जॉबलेस क्लेम्स) के आंकड़े घोषित होंगे. ये आंकड़े वैश्विक निवेश धारणा पर असर डाल सकते हैं, जिसका प्रभाव भारतीय बाजारों पर भी पड़ना तय है.

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि व्यापार नीति और टैरिफ से जुड़े किसी भी नए अपडेट से भी बाजार की दिशा प्रभावित हो सकती है. भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर कोई सकारात्मक घोषणा होती है, तो मैन्युफैक्चरिंग, ऑटो और टेक्सटाइल जैसे सेक्टर्स को लाभ मिल सकता है. इसके अलावा पहली तिमाही के नतीजे भी इस सप्ताह बाजार के मूड को तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

एसबीआई सिक्योरिटीज के टेक्निकल और डेरिवेटिव रिसर्च हेड सुदीप शाह का कहना है कि भारतीय बाजार अभी वैश्विक बाजारों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन कर रहा है. यह दर्शाता है कि बाजार फिलहाल समेकन और सतर्कता की स्थिति में है, जहां निवेशक बिना ठोस संकेत के जोखिम नहीं लेना चाहते. निवेशकों के लिए यह सप्ताह निर्णायक साबित हो सकता है. उन्हें चाहिए कि वे तिमाही नतीजों और महंगाई के आंकड़ों पर नजर रखें. किसी भी बड़े फैसले से पहले सतर्कता जरूरी है क्योंकि बाजार वोलैटाइल रह सकता है. स्टॉप-लॉस के साथ ट्रेड करना और मजबूत कंपनियों में ही निवेश करना फिलहाल बेहतर रणनीति हो सकती है.

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