रिजल्ट सीजन की शुरुआत हो गई है. निफ्टी इस समय अपने हाई से करीब 5% नीचे 25350 की रेंज में कारोबार कर रहा है.
दिग्गज ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन का मानना है कि Q1FY26 में कंपनियों के प्रदर्शन में रिकवरी देखने को मिलेगी जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. ब्रोकरेज ने निफ्टी के लिए 30000 रुपए का बड़ा टारगेट दिया है. जेपी मॉर्गन की ओर से जारी की गई इंडिया इक्विटी स्ट्रेटजी रिपोर्ट में कहा गया कि अगले 6-9 महीनों में बुल केस में निफ्टी 30,000 के लक्ष्य तक पहुंच सकता है. वहीं, बेस केस के लिए लक्ष्य 26,500 दिया है.
हेल्थकेयर कंपनियों का प्रदर्शन सबसे दमदार की उम्मीद
इसके अलावा ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने अपने प्रीव्यू नोट में कहा, “हमारा मानना है कि यह तिमाही आय में सुधार के लिए आधार तैयार करेगी, जो निम्न आधार और आर्थिक गति में पुनरुद्धार से प्रेरित होगी.” जेपी मॉर्गन के अनुसार, हेल्थकेयर का प्रदर्शन इस तिमाही में सबसे अच्छा रह सकता है. वित्त वर्ष 26 की अप्रैल-जून अवधि में हमारे द्वारा कवर की जाने वाली कंपनियों की आय वृद्धि दर 15 फीसदी और EBITDA वृद्धि दर 19 फीसदी रह सकती है. इसकी वजह क्षमता विस्तार, अधिक टैरिफ और निम्न आधार होना है.
सीमेंट कंपनियों का स्टेबल प्रदर्शन रहेगा
इसके अलावा ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि निजी जीवन बीमा कंपनियों द्वारा सालाना आधार पर 8 फीसदी से अधिक की VNB (वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस) वृद्धि दर्ज किए जाने की संभावना है, जिसका मुख्य कारण अधिक बिक्री होना है. सीमेंट कंपनियों से स्थिर आय की उम्मीद है, इसकी वजह कीमतों में बढ़ोतरी होना है. तिमाही-दर-तिमाही आधार पर बिक्री कमजोर हो सकती है, लेकिन कीमतों में बढ़ोतरी से EBITDA/टन चौथी तिमाही के दायरे में रहेगा.” उन्होंने आगे कहा कि मौसमी प्रतिकूलताएं और साल के अंत में क्षमता में बड़े पैमाने पर वृद्धि, दीर्घकालिक मूल्यांकन में वृद्धि को सीमित कर सकती है.
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