Bihar Voter List Controversy: बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर उपजे विवाद के बीच, मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने गुरुवार (3 जुलाई 2025) को कहा कि यह प्रक्रिया सभी राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी से तय कार्यक्रम के अनुसार चल रही है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी पात्र लोगों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों.
पारदर्शी तरीके से चल रहा पूरा कार्यक्रम
कई विपक्षी दलों ने दावा किया है कि वर्तमान में जारी इस प्रक्रिया से कई लोग अपने संवैधानिक मताधिकार से वंचित हो जाएंगे. बूथ स्तरीय अधिकारियों के एक समूह को संबोधित करते हुए ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘‘बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्यान्वयन सभी चुनाव कर्मियों और सभी राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी के साथ पारदर्शी तरीके से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है.”
राजनीतिक दलों जताई थी चिंता
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा, “कुछ लोगों की आशंकाओं के बावजूद, एसआईआर यह सुनिश्चित करेगा कि सभी पात्र लोगों को इसमें शामिल किया जाए.’’ निर्वाचन आयोग ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण पर कई राजनीतिक दलों की ओर से अपनी चिंता जताए जाने के बाद कहा कि उसने विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों को उनकी आशंकाओं को दूर करने के मकसद से पूरी कवायद के बारे में ब्यौरा दे दिया है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मिले 11 पार्टियों ने सदस्य
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन समेत 11 दलों के नेताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और अन्य चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की थी और राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले किए जा रहे विशेष पुनरीक्षण को लेकर आपत्ति जताई थी. राजनीतिक दलों से कहा कि सभी पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में शामिल करने के लिए यह प्रक्रिया योजनाबद्ध और चरणबद्ध तरीके से की जा रही है
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