‘IVRI ग्रामीण जीवन, पशुपालन और विज्ञान का सेतु’, शिवराज सिंह चौहान , बोले- पशुपालन के बिना कृषि अधूरी

बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान का 11वां दीक्षांत समारोह (11th convocation of Indian Veterinary Research Institute) आयोजित किया गया। जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu), राज्यपाल आनंदी बेन पटेल(Governor Anandi Ben Patel) , केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Union Agriculture Minister Shivraj Singh Chauhan) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) शामिल हुए।

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IVRI के दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Union Agriculture Minister Shivraj Singh Chauhan)  ने कहा कि लैब से निकलकर खेतों तक पहुंचे विज्ञान और वैज्ञानिक। दीक्षांत समारोह में उपस्थित 576 छात्रों को  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) द्वारा उपाधियां और 24 को पदक दिए गए। केंद्रीय कृषि मंत्री ने आईवीआरआई (IVRI) को सेतु बताया और कहा कि IVRI ग्रामीण जीवन, पशुपालन और विज्ञान का सेतु है। आईवीआरआई केवल एक संस्था नहीं, बल्कि यह भारत की ग्रामीण जीवनशैली, पशुपालन संस्कृति और वैज्ञानिक सोच का आधार है। पशुपालन के बिना कृषि अधूरी है। गांव-गांव तक रिसर्च पहुंचे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने IVRI के दीक्षांत समारोह में कहा कि पशुओं के कल्याण की भावना के साथ काम करें। प्लेग महामारी के बाद अस्तित्व में आए इस विश्वस्तरीय संस्थान ने पशु संबंधी बीमारियों के निदान से लेकर जैव सुरक्षा तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जीव-जंतुओं में ईश्वर की उपस्थिति देखती है संस्कृति। पशु चिकित्सा के क्षेत्र में बेटियां आगे आ रहीं है।

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