वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) से कहा है कि वे ऑपरेशंस बढ़ाने के बाद सब्सिडियरीज में अपने निवेश को मॉनेटाइज करने के लिए उन्हें शेयर बाजार में लिस्ट कराने पर विचार करें। इससे उन्हें अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सकेगा। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि मीडियम से लॉन्ग टर्म में IPO या विनिवेश (Divestment) के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की लगभग 15 सब्सिडियरी या जॉइंट वेंचर तैयार हैं।
सूत्रों ने कहा कि जहां भी जरूरी हो बैंकों को अपनी सहायक कंपनियों या जॉइंट वेंचर्स के ऑपरेशंस बढ़ाने के लिए निवेश करना चाहिए और सही समय पर इस निवेश की वैल्यू को अनलॉक करने की कोशिश करनी चाहिए। मॉनेटाइजेशन से पहले बैंकों को गवर्नेंस, प्रोफेशनल फैसले लेने की प्रक्रिया में सुधार करना चाहिए। इससे उनकी सब्सिडियरीज की ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार होगा।
SBI जनरल इंश्योरेंस और SBI पेमेंट सर्विसेज की लिस्टिंग पर हो सकता है विचार
उदाहरण के लिए, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) भविष्य में ऑपरेशंस बढ़ाने के बाद SBI जनरल इंश्योरेंस और SBI पेमेंट सर्विसेज को लिस्ट कराने पर विचार कर सकता है। 24 फरवरी, 2009 को इनकॉरपोरेट हुई SBI जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 509 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। कंपनी में SBI की हिस्सेदारी 68.99 प्रतिशत है। SBI पेमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में SBI के पास 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी के शेयर हिताची पेमेंट सर्विसेज के पास है।
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केनरा रोबेको एएमसी की लिस्टिंग की प्रोसेस शुरू
केनरा बैंक तो अपने एसेट मैनेजमेंट जॉइंट वेंचर केनरा रोबेको एएमसी की लिस्टिंग की प्रोसेस शुरू भी कर चुका है। इसके अलावा, यह जीवन बीमा सेगमेंट में अपने जॉइंट वेंचर केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी को लिस्ट कराने की भी तैयारी कर रहा है। केनरा बैंक ने केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में 14.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया को पहले ही मंजूरी दे दी है।
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