Tejashwi Yadav Press Conference: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस की, जहां बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा, सीपीआईएमएल के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य भी मौजूद रहे. इस मौके पर तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोला और कहा कि चुनावी वर्ष में यह बहुत गंभीर मामला है. लोकतंत्र के लिए खतरे की बात है. नए सिरे से वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण करने का काम शुरू हुआ है. आठ करोड़ लोगों का डोर 2 डोर वेरिफिकेशन करना है. ऐसे ऐसे कागजात मांगे गए हैं, जो गरीबों के पास मिलेगा ही नहीं.
यह गहरी साजिश है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह गहरी साजिश है. ये लोग गरीबों से वोट का अधिकार छीनना चाहते हैं. सवाल उठ रहा है की 22 वर्षों के बाद पुनरीक्षण की क्या जरुरत पड़ी? पिछली बार 2003 में जब हुआ था तब 2 साल लग गए थे, लेकिन आज क्या 2 महीने में हो जाएगा? बिहार में बाढ़ के हालात होंगे, मॉनसून रहेगा. क्या गरीबों को समय रहेगा कि कागजात सौंपे? लोकतंत्र विरोधी बीजेपी जदयू गरीबों से उनका अधिकार छीन रही है. जो कागजात मांगे गए हैं उसमें आधार व मनरेगा कार्ड चुनाव आयोग नहीं मान रहा है.
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग का निर्णय आया था कि वोटर लिस्ट से आधार कार्ड को जोड़ा जाएगा, लेकिन फिर भी इस अभियान में आधार कार्ड नहीं मांगा जा रहा. यह सब आरएसएस का एजेंडा चलाया जा रहा. कल ही RSS के बड़े नेता ने संविधान पर सवाल उठाए हैं. यह सोची समझी साजिश है. 2024 लोकसभा चुनाव में जो अधिकारी थे आज भी वही हैं. ऐसे में उनकी नियत पर सवाल उठता है.
साबित करनी पड़ेगी नागरिकता
तेजस्वी यादव ने कहा कि पहला समूह 4 करोड़ 76 लाख लोगों में बांटा जा सकता है. 39 से 40 उम्र के जो हैं उन्हें नागरिकता साबित करनी पड़ेगी. 20 से 39 साल वाले लोग जो हैं, उन्हें अपने माता-पिता का जन्म प्रमाण पत्र और नागरिकता सम्बंधित दस्तावेज देने है. इसी तरह 18 से 20 वर्ष के आयु वाले को भी अपने जन्म प्रमाण पत्र के अलावा माता पिता का जन्म प्रमाण पत्र और नागरिकता प्रमाण पत्र देना होगा.
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